बेटे-बेटी को थमा दी बाइक पर भूल गए हेलमेट देना
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : परिजन बेटे या बेटी को जिद करने पर उपहार स्वरूप महंगे व तेज गति वाले बाइक
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : परिजन बेटे या बेटी को जिद करने पर उपहार स्वरूप महंगे व तेज गति वाले बाइक तो थमा देते हैं पर हेलमेट देना भूल जाते हैं। इसका एहसास तब होता है जब कोई दुर्घटना घटती है। सड़कों पर ट्रैफिक का सबसे ज्यादा दबाव बना हुआ है। सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव झेलते हुए गंतव्य तक पहुंचने की जल्दबाजी में बाइक सवार प्राय: दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। आज की युवा पीढ़ी तेज चलने की चाह में कुछ ज्यादा ही दुर्घटनाओं का शिकार हो रही है। सबसे ज्यादा हादसे तो बाइक चलाते समय मोबाइल पर बात करने से हो रहे हैं। बाइक सवार यातायात नियमों का पालन करें तो शायद खुद की जान बचाने के साथ परिजनों को दुख पहुंचाने से बच सकें। अभिभावक को चाहिए कि बाइक के साथ हेलमेट दिलाना न भूलें।
सड़क पर चलने वाले चालकों की सुरक्षा को कानून के बावजूद टू-व्हीलर चालक हेलमेट का इस्तेमाल करने से गुरेज करते हैं। इसके चलते दुर्घटना होने के बाद वाहन चालकों के परिजनों को कष्ट पहुंचता है। वर्तमान समय में कार चालक से सीट बेल्ट लगाना तो बाइक और स्कूटी के साथ पीछे बैठी सवारी से हेलमेट लगाने की उम्मीद करना बेमानी होगा। यातायात नियमों का पालन नहीं करने से जुड़े हाइवे व राजमार्ग पर आएदिन दुपहिया वाहन चालक सड़क दुर्घटना में ¨जदगी गवां रहे हैं। बावजूद इसके वाहन चालक हेलमेट नहीं लगा रहे हैं। शहर हो या ग्रामीण क्षेत्र, हर जगह बिना हेलमेट प्रयोग किए दुपहिया वाहन चालक सड़कों पर चलते नजर आ रहे हैं। सबसे खतरनाक बात तो बाइक पर तीन या चार लोगों की यात्रा है। प्राय: दंपति एक ही मोटरसाइकिल पर बच्चों संग जाते दिख जाते हैं। ऐसी स्थिति में दुर्घटना होने पर कभी कभार पूरा परिवार ही काल के गाल में समा जाता है। लोगों के सहयोग के बिना प्रशासन और यातायात विभाग द्वारा चलाया जा रहा अभियान धरा का धरा रह जाता है। संभागीय परिवहन अधिकारी की एआरटीओ अल्का शुक्ला ने बताया कि प्रशासन और यातायात विभाग द्वारा स्कूल, कॉलेजों आदि स्थानों पर जागरूकता अभियान समय-समय पर चलाया जाता है। जनता और वाहन चालक यातायात नियमों का पालन करते हुए यात्रा को सुरक्षित बनाए।
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वाहन चलाते वक्त बरतें सावधानी
-वाहन, बाइक या स्कूटी चलाते समय चालक व सवारी दोनों हेलमेट पहनें।
- कार चालक चलाते समय सीट बेल्ट बांधें।
- बाइक सवार आइएसआइ मार्क्ड हेलमेट पहनें।
- बाइक या स्कूटी चलाते समय बच्चों को हेलमेट पहनाएं।
- बच्चों को कभी भी बाइक की टंकी या कार की फ्रंट सीट पर न बैठाएं।
- वाहन चलाते समय आवश्यकता होने पर ही हार्न का प्रयोग करें।
- बांये या दांये मुड़ते समय संकेतक का करें प्रयोग या हाथ का उपयोग करें।
- हेलमेट लगाने के बाद स्ट्रीप बंद करके रखें।
- वाहन की गति 40 किलोमीटर से अधिक न हो।
- बड़े वाहनों को ओवरटेक करने में जल्दबाजी न करें।
- नशा कर चालक वाहन नहीं चलाएं।
- 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को बाइक-स्कूटी न दें।
- स्पीड ब्रेकर पर वाहनों की गति को धीमा रखें।
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ये है नियम -
संभागीय परिवहन अधिकारी के आरआइ ओपी ¨सह ने बताया कि वाहन चालकों के लिए केंद्रीय मोटरयान अधिनियम, 1988 की धारा 129 तथा उत्तर प्रदेश मोटरयान नियमावली 1998-201 के तहत दुपहिया हेलमेट पहनना अनिवार्य है। इसके बाद वर्ष 2016 में नियमावली में संशोधन किया गया है, इसके बाद से मोटरसाइकिल, स्कूटर या मोपेड पर पीछे बैठी सवारी को भी हेलमेट प्रयोग करना होगा।
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वर्जन
वाहन चालक खासकर दो पहिया चालक मोटर साइकल चलाते समय और पीछे बैठै सवारी भी हेल्मेट अवश्य पहनें। दुर्घटना के दौरान चालक को सर में चोट नहीं लगता है। वाहन चलाते समय यातायात नियमों का पालन करें, इससे दुर्घटना काफी कम होगी और यात्रा सुरक्षित होगी।
-कृष्ण दत्त ¨सह गौर, संभागीय परिवहन अधिकारी। ---------------------- घटना एक नजर --
- चुनार थाना क्षेत्र के गोबरदहा गांव में खड़े ट्रक में टकराने से एक व्यक्ति की घटना स्थल पर ही मौत हो गई थी जबकि दो अन्य घायल हो गए थे।
- चील्ह थाना क्षेत्र के मीरजापुर औराई मार्ग पर बीते पांच सितंबर को पुरजागिर चौराहे के पास एक ट्रक ने बाइक सवार को टक्कर मार दिया था। घटना में दो लोगों की मौत हो गई थी।
- ¨वध्याचल थाना क्षेत्र के विजयपुर पहाड़ी पर बीते 11 सितंबर को पत्थर की चट्टान में टकराकर बाइक सवार युवक की मौत हो गई थी।
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