रेलवे ट्रैक के किनारे अब बाउंड्रीवाल का होगा निर्माण
इलाहाबाद मंडल भारतीय रेलवे का अति व्यस्त एवं विशाल मंडल है। जिसमें परिचालन क्षमता से अधिक गाड़ियों का संचालन सफलता पूर्वक किया जा रहा है। कैटल रन ओवर से बचने के लिए उत्तर मध्य रेलवे ने ट्रैके के किनारे वाउंड्रीवाल निर्माण कराने का निर्णय लिया है। इसी क्रम में प्रथम चरण में मुगलसराय-इलाहाबाद के बीच 26 किमी वाउंड्रीवाल का निर्माण कराया जाएगा।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : इलाहाबाद मंडल भारतीय रेलवे का अति व्यस्त एवं विशाल मंडल है। जिसमें परिचालन क्षमता से अधिक गाड़ियों का संचालन सफलता पूर्वक किया जा रहा है। कैटल रन ओवर से बचने के लिए उत्तर मध्य रेलवे ने ट्रैके के किनारे वाउंड्रीवाल निर्माण कराने का निर्णय लिया है। इसी क्रम में प्रथम चरण में मुगलसराय-इलाहाबाद के बीच 26 किमी वाउंड्रीवाल का निर्माण कराया जाएगा।
यह जानकारी सुनील कुमार गुप्ता ने देते हुए बताया कि कैटल रन ओवर पर अंकुश लगाने हेतु मंडल के अंतर्गत आने वाले सभी जिलाधिकारियों को सहयोग हेतु मंडल रेल प्रबंधक द्वारा पत्र लिखा गया है। बढ़ती कैटल रन ओवर की घटनाओं के कारण इलाहाबाद मंडल के अंतर्गत भारतीय रेल की प्रतिष्ठित गाड़ियां राजधानी, शताब्दी, दूरंतो, प्रयागराज तथा स्वदेशी तकनीक से निर्मित सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत जैसी गाड़ियों का संचालन प्रभावित हो रहा है। रेलवे ट्रैक को पूर्णत: सुरक्षित करने हेतु इलाहाबाद मंडल द्वारा ट्रैक के किनारे बाउंड्री वाल बनाने का निर्णय लिया गया है। इसके प्रथम चरण में मुगलसराय-इलाहाबाद के मध्य लगभग 26 किमी, कानपुर एरिया में लगभग 20 किमी, रूरा-टूंडला के मध्य लगभग 40 किमी तथा टूंडला-गा•िायाबाद के मध्य लगभग 42 किमी अर्थात कुल लगभग 128 किमी बाउंड्रीवाल का निर्माण शीघ्र ही प्रारम्भ किया जाएगा। इसके द्वितीय चरण में लगभग 200 करोड़ की लागत से मुगलसराय-इलाहाबाद, इलाहाबाद-कानपुर,इटावा -टूंडला, अलीगढ़-गा•िायाबाद प्रत्येक खंड में लगभग 56 किमी अर्थात कुल लगभग 224 किमी बाउंड्रीवाल का निर्माण किया जाना है। इस बाउंड्री वाल के निर्माण के पश्चात बाहरी व्यक्ति एवं जानवर आदि ट्रैक पर नहीं आ पाएंगे और रेल परिचालन सकुशल संचालित होगा।