जिले के धान क्रय केंद्रों पर पसरा सन्नाटा, किसान मायूस
जगढ़ मिर्जापुर /नक्सल क्षेत्र राजगढ़ में इस समय धान की फसल पक कर पूरी तरह से तैयार हो चुकी है। लेकिन खरीद बंद है 1 नवंबर से धान की खरीद शुरू होनी थी लेकिन आज 15 नवंबर हो गए लेकिन खरीद का कहीं भी अता पता नहीं चल रहा है ।कौन सी एजेंसी धान खरीद रही है या कौन से मीलर खरीद रहे हैं कहीं पर बोर्ड टंगा नहीं हुआ है। ददरा हिनौता सहकारी समिति पर धान खरीद नहीं हो रही है।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : रबी की फसल की तैयारी सिर पर है लेकिन अभी किसान अपने धान को ही बेचने के लिए क्रय केंद्रों का चक्कर लगा रहे हैं। बार- बार आने जाने में ही उनका हजारों खर्च हो गया लेकिन क्रय केंद्र हैं कि खुल ही नहीं रहे हैं। शुक्रवार को कुछ केंद्रों पर खरीद शुरू हुई लेकिन अधिकांश केंद्र बंद ही रहे।
जिले में इस बार धान क्रय करने के लिए तीन लाख छह हजार दो सौ मीट्रिक टन का लक्ष्य रखा गया था। इसके लिए पूरे जिले में 51 केंद्र स्थापित किए गए थे लेकिन अधिकांश केंद्र बंद पड़े हैं। इससे किसानों का दोहरा नुकसान हो रहा है। धान की खरीद एक नवंबर से शुरू होनी थी लेकिन एक पखवाड़ा बीत जाने के बाद भी वहां सन्नाटा पसरा हुआ है। पूरे जिले का यही हाल है।
धान की खरीद ना होने से किसान परेशान
राजगढ़ : इस समय धान की फसल पक कर पूरी तरह से तैयार हो चुकी है। लेकिन खरीद बंद है। कौन सी एजेंसी धान खरीद रही है या कौन से मिलर खरीद रहे हैं कहीं पर बोर्ड टंगा नहीं हुआ है। ददरा हिनौता सहकारी समिति पर धान खरीद नहीं हो रही है। किसान दीपू ¨सह गढ़वा ने बताया कि धान की फसल तैयार हो चुकी है लेकिन बेचे कहां, कहीं पर खरीद नहीं हो रही है। प्रगतिशील किसान गंगा ¨सह नौडिहवां ने बताया कि अभी तक धान का क्रय केंद्र कहां खुला हुआ है, नहीं मालूम चला अभी तक टोकन का कहीं भी अता पता नहीं चला लगता है। व्यापारियों को ही धान बेचना पड़ेगा। अमरेश कुमार ¨सह हिनौता ने कहा कि धान का क्रय केंद्र दिखाई नहीं दे रहा है ना ही खरीद हो रही है।
जिगना: छानवे क्षेत्र में एक केन्द्र पर धान की खरीदारी शुक्रवार से शुरू हुई। पहले दिन 40 कुन्तल धान की खरीद की गयी बिपणन निरीक्षक रामकृष्ण दूवे ने बताया कि एक कुन्तल की खरीद पर 1770 रुपया खरीद मूल्य का भुगतान किसान के खाते मे होगा। मजे की बात यह है कि छानवे क्षेत्र मे सहकारी समिति बौडयी व नौगाव को भी धान खरीद केन्द्र बनाया गया है पर अभी तक संहकारी समितियों पर धान की खरीद शुरू नही हो सकी है।
पटेहरा : विकास खण्ड क्षेत्र के पथरौर सहकारी समिति लिमिटेड पर धान क्रय केंद्र खुला था जो पी सी एफ से संचालित था। दुर्भाग्यवश इस सेंटर का धान जिस मिलर ने उठान किया था वह डिफाल्टर हो गया। जिससे धान क्रय केंद्र ही बन्द हो गया। किसानों को अपनी उपज का धान बेचने के लिए या बिचौलियों की शरण मे जाना होगा या तो 20 किलोमीटर दूर कलवारी सेन्टर पर धान बेचना होगा जो असम्भव प्रतीत होता है।
जमालपुर : क्षेत्र के साधन सहकारी समिति के सचिव एवं कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से धान क्रय केंद्र बनाए गए साधन सहकारी समितियों पर ताला लटका है। इससे किसानों का आनलाइन फार्म जमा न होने से किसान परेशान हैं। धान क्रय केंद्रों पर एक नवंबर से धान खरीद किया जाना था, लेकिन पंद्रह दिन बीत जाने के बाद भी धान खरीद को कौन कहे अब तक किसानों का रजिस्ट्रेशन फार्म तक जमा नहीं होने से किसान परेशान है।
लालगंज : 15 दिनों से धान खरीद केंद्रों पर छाया सन्नाटा शुक्रवार को दूर हो गया। पहले दिन खाद्य विभाग के केंद्र पर 2840 ¨क्वटल धान खरीद कर बोहनी की। उधर अन्य केन्द्र पर पीसीएफ पर धान खरीद अभी नहीं शुरू हो सकी है। एक दो दिन में धान खरीद किए जाने का दावा किया जा रहा है। धान खरीद शुरू होने से किसानों के चेहरे पर मुस्कान दिखी है।
शुक्रवार को दुबार रोड पर परमहंस परिसर में स्थित खाद्य विभाग के क्रय केंद्र पर क्षेत्रीय खाद्य एवं विपणन अधिकारी मानचंद की मौजूदगी में धान खरीद शुरू हुई।