तस्करों को गिरफ्तार कर पुलिस ने छोड़ा, पशुपालकों में आक्रोश
क्षेत्र के राजापुर गांव के जंगल में शुक्रवार को पशु तस्करी करने आए दो आरोपितों को रंगे हाथ पकड़ने के लिए ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची लालगंज पुलिस ने आरोपियों को दबोच तो लिया लेकिन बाद में करनपुर पुलिस चौकी से किसी का फोन आया तो सभी को छोड़ दिया।
जागरण संवाददाता, लालगंज (मीरजापुर) : क्षेत्र के राजापुर गांव के जंगल में शुक्रवार को पशु तस्करी करने आए दो आरोपितों को रंगे हाथ पकड़ने के लिए ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची लालगंज पुलिस ने आरोपियों को दबोच तो लिया, लेकिन बाद में करनपुर पुलिस चौकी से किसी का फोन आया तो सभी को छोड़ दिया। इस बात की जानकारी होते ही पशुपालकों ने आक्रोश जताया। आरोप लगाया कि गोवंश तस्करों व पुलिस के बीच प्रेम जाहिर हो चुका है।
ग्रामीणों के अनुसार गो तस्करी करने आए आरोपियों को पकड़ में आने के बाद एक सफेदपोश स्कार्पियो वाहन से मौके पर पहुंचा और करनपुर चौकी प्रभारी से अपनी यारी जताई। इसके बाद करनपुर चौकी से फोन आने के बाद पुलिस ने सभी आरोपियों को छोड़ दिया। यह बात जंगल में आग की तरह फैल गई। लोग बाग पुलिस व गोवंश तस्करों के बीच सांठगांठ होने की चर्चा करते रहे। इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक हेमंत कुमार सिंह ने बताया कि लहंगपुर चौकी प्रभारी नहीं थे, लेकिन मामला हमारे क्षेत्र का नहीं है न ही मेरे संज्ञान में है। क्या कहते हैं पशुपालक
पशुपालकों का का आरोप है कि प्रत्येक थाने व चौकी के एक-दो पुलिस कर्मियों का सांठगांठ चोरी करने वालों से रहता है। बामी गांव के राजमनी पासी ने बताया कि जंगल में जरा सा आंख के ओझल होते ही भैंस व बकरियों की चोरी हो जा रही है। बकरी पालक सियाराम बिद व भैंस पालन करने वाले तौलन ने बताया कि चोरों के आतंक ने नाक में दम कर रखा है।