सतर्कता बिंदु के नजदीक पहुंचा गंगा का जलस्तर
बारिश न होने के बावजूद गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। सोमवार की बजाय मंगलवार को यह बढ़ाव थोड़ा कम हुआ लेकिन अभी भी गंगा का जलस्तर 74 मीटर की लाइन पार कर चुका है। जबकि सतर्कता ¨बदु 76.44 मीटर है और खतरे का निशान 77.74 मीटर है। मंगलवार शाम को गंगा का जलस्तर 74.36 मीटर रिकार्ड किया गया। इसके बाद जिले में हाइ अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। सोमवार की बजाय मंगलवार को यह बढ़ाव थोड़ा कम हुआ लेकिन अभी भी गंगा का जलस्तर 74 मीटर की लाइन पार कर चुका है। जबकि सतर्कता ¨बदु 76.44 मीटर है और खतरे का निशान 77.74 मीटर है। मंगलवार शाम को गंगा का जलस्तर 74.36 मीटर रिकार्ड किया गया। इसके बाद जिले में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
जनपद में सबसे बढ़ते जलस्तर का सबसे ज्यादा असर कोन ब्लाक में देखा जा रहा है। जहां लोगों का पलायन शुरू हो गया है और लोग अपने घरों का सामान व मवेशी लेकर सुरक्षित स्थानों की ओर जाने लगे। मंगलवार को गंगा का जलस्तर एक सेंटीमीटर प्रति घंटे की दर से बढ़ रहा है। बाढ़ नियंत्रण अधिकारी अशफाक अहमद ने बताया कि गंगा सतर्कता के निशान के नजदीक पहुंच गई हैं, जिसके बाद जिले में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। वहीं विकास खंड कोन में गंगा बाढ़ का पानी से किसानों की सैकड़ों एकड़ फसल डूब चुका है। बाढ़ का पानी बस्ती के नजदीक पहुंच गया है और यही हालात रहे तो क्षेत्र के किसानों एवं आम आदमी को भारी नुकसान सहना पड़ेगा।
मझरा बना पशुओं का शरणगाह
जासं, चील्ह (मीरजापुर) : कोन ब्लाक में गंगा किनारे की फसल नष्ट हो रही है जिसकी वजह हरसिहंपुर, मल्लेपुर गांव के घरों की चौखट तक पानी पहुंच गया है। हर¨सहपुर मल्लेपुर के अलावा खुलुवा, मछली पट्टी, धौराहरा, सेमरा, बल्ली परवा, लखनपुर, मझिगवां आदि गांव के घरों के पास गंगा बाढ़ का पानी पहुंच गया है और फसलों को भारी क्षति पहुंची है। मझरा क्षेत्र में हजारों मवेशी इस समय शरण लिए हैं। जिस पर अभी तक जिला प्रशासन का ध्यान नहीं गया है।
अकोढ़ी- बबुरा मार्ग पर
दो फीट पानी
जासं, गैपुरा (मीरजापुर) : छानबे विकास खंड के अकोढ़ी-बबुरा मार्ग पर लगभग दो फीट आने से केवल पैदल यात्री ही आर-पार हो पा रहे हैं। अकोढ़ी के चौकठ कोल बस्ती में भी चारों तरफ पानी भर गया है। इसकी वजह से लोग पलायन करने पर मजबूर हो गए हैं। छानबे ब्लाक के ब्लाक प्रमुख अवध राज ¨सह ने बताया कि अभी तक कोई सहयोग ग्रामीणों को नहीं मिल रही है। आवागमन प्रभावित हो रहा है। दर्जनों गांव बबुरा, सुपंथा, परवा, जैपा, निफरा,भैदपुर सहित अन्य गावों का संपर्क टूट गया है। प्रधान प्रतिनिधि पंकज ¨सह ने बताया कि अकोढ़ी- बबुरा पुल पिछले साल ही बरसात मे बह गया था लेकिन वैकल्पिक पुल बनाकर आवागमन शुरू करा दिया गया था। अब एक वर्ष बीत जाने के बाद भी वैकल्पिक पुल के सहारे ही आवागमन हो रहा था, अब वह भी बंद हो गया है।