मां की चरणों के फूलों से बनी अगरबत्ती से गमक रहा जनपद
मां ¨वध्यवासिनी के चरणों से निकलने वाले फूलों से बनी अगरबत्ती से ¨वध्यधाम सहित पूरा जनपद महक रहा है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत छानबे ब्लाक में गठित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा अगरबत्ती बनाया जा रहा है। इन महिलाओं के लिए ¨वध्यधाम में मां के चरणों से निकलने वाले फूल आज उनकी आजीविका का साधन बन गये हैं।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : मां ¨वध्यवासिनी के चरणों से निकलने वाले फूलों से बनी अगरबत्ती से ¨वध्यधाम सहित पूरा जनपद महक रहा है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत छानबे ब्लाक में गठित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा अगरबत्ती बनाया जा रहा है। इन महिलाओं के लिए ¨वध्यधाम में मां के चरणों से निकलने वाले फूल आज आजीविका का साधन बन गये हैं।
¨वध्याचल स्थित मां ¨वध्यवासिनी के चरणों में भक्तों द्वारा माला-फूल चढ़ाया जाता है। दर्शन पूजन के बाद वह माला-फूल व्यर्थ ही फेंक दिया जाता है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित स्वयं सहायता समूह की महिलाएं इस फेंके फूल का भी उपयोग करने लगी है। विकास खंड छानबे के बेदउर में फूलों से अगरबत्ती बनाकर जय बजरंग बली स्वयं सहायता समूह की सुषमा देवी के नेतृत्व में महिलाएं ¨वध्यधाम में प्रति दिन निकलने वाले फूलों को सुखाकर उसकी अगरबत्ती बना रही हैं। इस अगरबत्ती को समूह की महिलाओं द्वारा ¨वध्य क्षेत्र सहित पूरे जनपद में बहुतायत में बिक्री की जा रही है। महिलाओं द्वारा एक दिन में ढाई से तीन किलो अगरबत्ती तैयार कर रही हैं। डीसी एनआरएलएम दीन दयाल ने बताया कि फूलों से अगरबत्ती बनाकर महिलाएं स्वावलंबी बन रही है। अगरबत्ती से महिलाओं द्वारा प्रतिदिन 700 से 800 तक प्रतिदिन की आय की जा रही हैं।
वर्जन
महिलाओं को रोजगार दिलाकर आत्मनिर्भर बनाने में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। समूह की महिलाओं द्वारा छानबे में ¨वध्यवासिनी धाम से निकलने वाले फूलों से अगरबत्ती बनाकर आय करके संपन्न हो रही है। छानबे के बाद अन्य ब्लाकों में भी योजना के क्रियान्वयन पर बल दिया जा रहा है।
- प्रियंका निरंजन, मुख्य विकास अधिकारी, मीरजापुर।