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अतिक्रमण के जबड़े में अदलहाट का तालाब

जागरण संवाददाता, अदलहाट (मीरजापुर) स्थानीय बाजार में स्थित ऐतिहासिक तालाब का अस्तित्व अतिक्रमण के चल

By JagranEdited By: Published: Tue, 12 Jun 2018 05:55 PM (IST)Updated: Tue, 12 Jun 2018 05:55 PM (IST)
अतिक्रमण के जबड़े में अदलहाट का तालाब
अतिक्रमण के जबड़े में अदलहाट का तालाब

जागरण संवाददाता, अदलहाट (मीरजापुर) स्थानीय बाजार में स्थित ऐतिहासिक तालाब का अस्तित्व अतिक्रमण के चलते खतरे में है। क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत संजोए इस तालाब की दुर्दशा को देखकर क्षेत्रवासियों में जबरदस्त आक्रोश व्याप्त है।

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  इस ऐतिहासिक तालाब की खोदाई 1909 में बाजार के गल्ला व्यापारी ने कराई थी। तालाब नारायणपुर ब्लाक के इब्राहिमपुर मौजे में साढे चार बीघा के क्षेत्रफल में फैला है। जलाशय का क्षेत्रफल लगभग डेढ़ बीघा है तालाब पर छह पूजा, दुर्गा पूजा, महाशिवरात्रि, करवा चौथ, तीज , ज्यूतिया(जीवित्पुत्रिका) पर्व पर व्रती महिलाएं पूजा पाठ व स्नान ध्यान करती है। विभिन्न त्योहारों पर यहां मेला लगता है। साथ ही  गांव के लोग यहां पर श्राद्ध का काम कराते है। ऐसे ऐतिहासिक सांस्कृतिक विरासत के तालाब पर प्रशासन द्वारा ध्यान न दिये जाने से तालाब का भीटा अतिक्रमण का शिकार हो कर रह गया है। अतिक्रमणकारियों ने भीटा पर मकान बना लिया गया है। तालाब में पानी भरने व निकास का साधन भी बन्द हो गया है। तालाब में पानी भरने का एक मात्र साधन वर्षा ही रह गई है।

   तालाब का निर्माण सन् 1909 में गल्ला व्यापारी दुखना साहू व भगवान साहू ने कराया था। तालाब में मिट्टी भर जाने के बाद 1967 मेंआदर्श इण्टर कालेज के संरक्षक छेदी लाल गुप्त ने सूखा राहत योजना के तहत तालाब का सुन्दरीकरण व गहरीकरण कराया था। तत्पश्चात 2009 में ग्राम प्रधान मालती देबी ने मनरेगा के तहत तालाब की सीढ़ी व पशु घाट की मरम्मत व तालाब का बाउन्ड्रीवाल बनवाया था लेकिन तालाब का समय- समय पर  ग्राम पंचायतों द्वारा ध्यान न दिये जाने से बाउन्ड्रीवाल टूट कर गिर रही है। स्नान घाट एवं पशु घाट की सीढियां टूट रही है। साथ ही भीटे पर अतिक्रमण हो रहा है। तहसील प्रशासन द्वारा तालाबो से आतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया गया लेकिन यहां का अतिक्रमण नहीं हटा। क्षेत्रीय लेखपाल व कानूनगो ने कागजी खानापूर्ति कर ली लेकिन तालाबों से अतिक्रमण हटवाने की किसी ने जहमत मोल नहीं लिया। जिसके चलते तालाब दिन प्रतिदिन सिकुडता जा रहा है। वर्जन ..

 सन 2006 से 2010 में मनरेगा से खोदे गए तालाबों की जांच चल रही है। इसलिए ग्राम पंचायत से काम नहीं हो सकता। मैंने परिवार कत्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल को प्रस्ताव दिया है। उन्होंने बजट आने पर धन उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है।

- शकुन्तला देवी, ग्राम प्रधान अदलहाट गांव।


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