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रातभर थाने में बंद कर पीटने का दारोगा सिपाही पर आरोप

एक ओर पुलिस के अधिकारी अपने मातहतों को जनता के साथ नम्रता से पेश आने को कहते रहते हैं लेकिन उन्हीं की ये पुलिस कर्मी इसका ठीक उलटा कार्य करते रहते हैं। कुछ ऐसा ही एक मामला विध्याचल थाने के नकटा गांव में प्रकाश में आया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 04 Nov 2019 08:09 PM (IST)Updated: Mon, 04 Nov 2019 08:09 PM (IST)
रातभर थाने में बंद कर पीटने 
का दारोगा सिपाही पर आरोप
रातभर थाने में बंद कर पीटने का दारोगा सिपाही पर आरोप

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : एक ओर पुलिस के अधिकारी अपने मातहतों को जनता के साथ नम्रता से पेश आने को कहते रहते हैं लेकिन उन्हीं की ये पुलिस कर्मी इसका ठीक उलटा कार्य करते रहते हैं। कुछ ऐसा ही एक मामला विध्याचल थाने के नकटा गांव में प्रकाश में आया है। विध्याचल थाने के एक दारोगा व एक सिपाही पर जमीन विवाद के मामले में एक ही परिवार को थाने में बंद कर पीटने का आरोप लगाया जा रहा है। पीड़ित ने एसपी को प्रार्थना पत्र देकर दोनों पुलिस कर्मियों की कारस्तानी बया करते कार्रवाई की मांग की है।

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विध्याचल थाना क्षेत्र के नकटा गांव निवासी रेखराज ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है। आरोप लगाया, पट्टीदारों के बीच एक जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। जमीन पर कब्जा उनका है लेकिन विपक्षी मकान से बाहर निकलवाना चाहते हैं। गतदिनों ने आरोपितों ने विध्याचल पुलिस से मिलीभगत कर परिवार को थाने उठवा ले गए। एक दारोगा व एक सिपाही ने रातभर मेरे बेटे रंजीत यादव ने मुझ समेत अन्य लोगों को पीटा। इससे रंजीत को काफी चोटे आई हैं। पीड़ित ने विपक्षी संग दारोगा, सिपाही की बर्बरता की जांच कराकर उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। फतहां पुलिस पर कुछ लोगों ने झूठे मुकदमें में फंसाने तथा उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है।


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