गेहूं की फसल में लगी आग, दस बीघा राख
थाना क्षेत्र के सहिजनी कलां खुर्द एवं प्रतापपुर गांव में रविवार की दोपहर संदिग्ध परिस्थितियों में आग लगने से दर्जनों किसानों की करीब 10 बीघा गेहूं की खड़ी फसल जलकर राख हो गई। ग्रामीणों द्वारा एक घंटे के कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका लेकिन तब तक सब कुछ नष्ट हो चुका था।
जागरण संवाददाता, जमालपुर (मीरजापुर) : थाना क्षेत्र के सहिजनी कलां खुर्द एवं प्रतापपुर गांव में रविवार की दोपहर संदिग्ध परिस्थितियों में आग लगने से दर्जनों किसानों की करीब 10 बीघा गेहूं की खड़ी फसल जलकर राख हो गई। ग्रामीणों द्वारा एक घंटे के कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका लेकिन तब तक सब कुछ नष्ट हो चुका था। सूचना के बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ी न पहुंचने पर किसानों ने आक्रोश जताया।
सहिजनी कलां खुर्द एवं प्रतापपुर गांव के लोग दोपहर में जब अपने घरों और खेतों में लगे मड़हे में धूप से बचने के लिए आराम कर रहे थे। उसी बीच सिवान में संदिग्ध परिस्थितियों में एकाएक धूं-धूं कर जल रही गेहूं की फसलों से निकलते लपट को देखकर किसान आग बुझाने के लिए बाल्टी में पानी और लाठी लेकर दौड़ पड़े। जलती गेहूं की फसलों पर पानी डालकर और हरे पेड़ों की टहनियों से पीट-पीट कर आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन तब तक दस बीघा गेहूं की फसल राख हो चुकी थी। ग्रामीणों द्वारा अगलगी की सूचना पर 100 नंबर पुलिस और क्षेत्रीय लेखपाल मौके पर पहुंच कर आग से हुई क्षति का आकलन किया। लेखपाल ने अगलगी से प्रभावित किसानों को जल्द ही मुआवजा दिलाने का आश्वासन भी दिया। अगलगी से सहिजनी कला खुर्द गांव निवासी अनिल मौर्या का 30 बिस्वा, कांता मौर्या का 1 बीघा, सुदामा मौर्या का 10 बिस्वा, गनेश मौर्या का 11 बिस्वा, रमेश मौर्या का 11 बिस्वा, जगदीश मौर्या का 10 बिस्वा, रामजी प्रजापति का 10 बिस्वा, श्यामजी प्रजापति का 10 बिस्वा, द्वारका का पांच बिस्वा, राजाराम बियार का 10 बिस्वा और सुरेश मौर्य की फसल जलकर नष्ट हो गई।