भोगवादी प्रवृत्ति ही समस्त तनाव की जननी
मीरजापुर : भारत विकास परिषद के राष्ट्रीय मंत्री एवं दायित्व ग्रहण समोराह का आयोजन सोमवार को ब्रह्चारी कुआं स्थित नेशनल कान्वेंट स्कूल में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता ब्रह्मानंद पेशवानी ने कहा कि भोगवादी प्रवृत्ति ही समस्त तनाव की जननी है। जबकि परोपकार एवं सेवा के भाव से जीवन में आनंद की प्राप्ति होती है।
दायित्व ग्रहण समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि तनाव से उबरने के लिए दवा नहीं बल्कि सेवा का कार्य करें जिससे तनाव पैदा ही नहीं होगा। सेवा तनाव का स्थायी हल है। इसके पूर्व समारोह के मुख्य अतिथि श्री नारायण खेमका को संस्था की ओर से स्मृति चिह्न भेंट किया गया। उन्होंने अपने उदबोधन में कहा कि जीवन में विपत्ति आई तो आपत्ति नहीं करना चाहिए। सेवा कार्य द्वारा ही इन विपत्तियों से आदमी अपने को उबार सकता है। विशिष्ट अतिथि विमल केडिया ने कहा कि बच्चों को संस्कार दें और समाज में आत्म समर्पण के साथ कार्य करें। मीरजापुर शाखा के अध्यक्ष शशांक शेखर चतुर्वेदी ने कहा कि प्रत्येक जीव एक अव्यक्त है। इस मौके पर डॉ. गणेश प्रसाद अवस्थी, डॉ. रवि दुबे, डॉ. एस.दयाल, डॉ. नीरज त्रिपाठी, अरुण मिश्र, शत्रुधन सेठ, डॉ. शक्ति श्रीवास्तव, अशोक सिंह, राजेन्द्र अग्रवाल, जवाहर सिंह, सोमेश्वर प्रसाद मिश्र, सुशील सिंह, सुरेशचंद्र पाण्डेय, गोपाल जोशी आदि लोग मौजूद रहे।
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