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26 करोड़ 87 लाख रुपये का हिसाब नहीं बता पाए लिपिक

विशेष सचिव, ¨सचाई एवं जल संसाधन विभाग तथा जिले के नोडल अधिकारी सुरेंद्र विक्रम ¨सह ने शुक्रवार को जिला पंचायत सभागार में जनपदीय अधिकारियों के साथ बैठक कर विकास कार्यो की समीक्षा किया। नगर पालिका के निरीक्षण के दौरान प्रथम तल पर कागजात जमीन पर रखे मिले, जिस पर कड़ी नाराजगी जताया। उन्होंने कागजातों को तरीके से रखने का निर्देश दिया। इसके बाद आंकिक शाखा के निरीक्षण किया, इस दौरान कैश बुक में बचे 26 करोड़ का हिसाब लेखा लिपिक से मांगा, जिस पर एकाउंटेंट व लेखा लिपिक बगल में झांकने लगे।

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Jan 2019 07:51 PM (IST)Updated: Fri, 18 Jan 2019 10:18 PM (IST)
26 करोड़ 87 लाख रुपये का  हिसाब नहीं बता पाए लिपिक
26 करोड़ 87 लाख रुपये का हिसाब नहीं बता पाए लिपिक

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : विशेष सचिव, ¨सचाई व जल संसाधन विभाग तथा जिले के नोडल अधिकारी सुरेंद्र विक्रम ¨सह ने शुक्रवार को जिला पंचायत सभागार में जनपदीय अधिकारियों के साथ बैठक कर विकास कार्यो की समीक्षा की। नगर पालिका के निरीक्षण के दौरान प्रथम तल पर कागजात जमीन पर रखे मिले, जिस पर उन्होंने कड़ी नाराजगी जताई। कागजातों को ठीक तरीके से रखने का निर्देश दिया। इसी क्रम में आंकिक शाखा का निरीक्षण किया। इस दौरान कैश बुक में अवशेष 26 करोड़ का हिसाब लेखा लिपिक से मांगा, जिस पर एकाउंटेंट व लेखा लिपिक बगली झांकने लगे। नगर मजिस्ट्रेट, डिप्टी कलेक्टर, कोषाधिकारी, ईओ आय व्यय का सत्यापन व जांच करेंगे। जांच में अनियमितता मिलने पर एफआइआर दर्ज कराने का निर्देश दिया।

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एकाउंटेंट देवेंद्र कुमार, लेखा लिपिक अवधेश यादव से 26 करोड़ के मदों के बारे में जानकारी मांगी। एकाउंटेंट, लेखा लिपिक इस बारे में जानकारी नहीं दे पाए। ईओ विनय तिवारी से पूछा कि अब तक कितने कैश बुक जारी किए गए है। इसका जवाब भी अधिशासी अधिकारी नहीं दे पाए। निरीक्षण के दौरान पाया कि लेखा विभाग में स्थानीय निकाय, राज्य वित्त सहित सरकार के अन्य मदों से आने वाली धनराशि का विवरण, अनुदान रजिस्टर भाग एक, दो व तीन संबंधी लेखा पंजिका, कैश बुक में 31 दिसंबर 2018 तक शेष 26 करोड़ रुपये का उल्लेख तथा विवरण नहीं बता पाये। पालिका का कैश बुक रजिस्टर अद्यतन नहीं मिला। इससे नाराज विशेष सचिव ने कहा कि सभी लेखा विभाग के कर्मचारी रातभर में कागजातों को तैयार करके रिपोर्ट कल दें। अन्यथा लेखा विभाग के संबंधित कर्मचारियों पर एफआइआर दर्ज करा दिया जाएगा। इसके बाद लालडिग्गी स्थित कार्यालय पहुंचे। कार्यालय में लिपिक संपत्ति रजिस्टर सहित अन्य कागजात रखकर लखनऊ गया था। इसके चलते निरीक्षण पूरा नहीं हो पाया।

आबकारी व बीमा को नोटिस

मीरजापुर : नोडल अधिकारी सुरेंद्र विक्रम ने शुक्रवार को जिला पंचायत सभागार में विकास कार्यो की समीक्षा बैठक की। विकास कार्यो, समग्र ग्रामों के संतृप्तिकरण, कानून व्यवस्था व राजस्व वसूली में तेजी लाने का निर्देश दिया। आबकारी विभाग द्वारा बीते दिनों पुलिस द्वारा पकड़े गए ट्रक पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं होने पर कड़ी नाराजगी जताई। इस संबंध मे आबकारी अधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा। कहा कि प्रस्तावित निर्माण कार्यो को अविलंब पूर्ण करा दें। डीएम अनुराग पटेल ने बताया कि समोगरा गांव में पशु आश्रय स्थल का चयन करने के बाद निर्माण कार्य शुरू करा दिया गया है। इसके अतिरिक्त सीखड़, खडंजा फाल, सिरसी गहरवार आदि स्थानों पर अस्थाई पशु आश्रय स्थल बनाया जा रहा है। बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी को निर्देश दिया कि जनपद में कोई भी अमान्य स्कूल नहीं चलने पाए। ऐसे लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराए। विशेष सचिव ने कहा कि डग्गामार व बिना परमिट चल रहे स्कूली वाहनों के खिलाफ अभियान चलाकर जांच करें। एडीएम राजितराम प्रजापति, सीएमओ डा. ओपी तिवारी, पीडी ऋषि मुनि उपाध्याय, डीडी कृषि डा. अशोक उपाध्याय, डीपीओ प्रमोद ¨सह आदि रहे।

कोषाधिकारी के नेतृत्व में टीम गठित कर जांच का दिया निर्देश

विशेष सचिव सुरेंद्र विक्रम ने कागजातों के रखरखाव व लेखा लिपिक द्वारा हिसाब नहीं देने पर कड़ी नाराजगी जताया। कहाकि निरीक्षण के दौरान नगर पालिका परिषद में सरकारी धन के दुरुपयोग का मामला प्रकाश में आया है। जिलाधिकारी को निर्देश दिया कि कोषाधिकारी की अध्यक्षता में एक जांच समिति गठित करें और मामले की जांच कराएं। जांच के दौरान नगर पालिका परिषद मीरजापुर में लेखा में गड़बड़ी मिलने पर संबंधित के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का निर्देश भी दिया।

ओएस से पूछा तुम्हें नौकरी पर क्यों रखा जाए

लगभग 150 वर्ष पुरानी नगर पालिका परिषद मीरजापुर और उसके कागजातों के रखरखाव पर विशेष सचिव सुरेंद्र विक्रम शुक्रवार को काफी नाराज दिखे। कार्यालय अधीक्षक बाल गो¨वद अग्रवाल से कहा कि जब नगर पालिका में कागजातों का रख रखाव सही तरीके से नहीं हो रहा है तो तुम्हारे नौकरी करने का क्या औचित्य है। तुम्हें पालिका में नौकरी पर क्यों रखा जाए। सख्त हिदायत दी कि सभी कागजातों को जल्द पूरा कराया जाए।

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कागजात रखकर लिपिक गायब

विशेष सचिव सुरेंद्र विक्रम के निरीक्षण के दौरान घंटाघर और लालडिग्गी स्थित पालिका कार्यालयों में अधिकतर लिपिक नदारद मिले। इससे नाराज विशेष सचिव शनिवार को एक बार फिर नगर पालिका कार्यालय का निरीक्षण करेंगे। अधिशासी अधिकारी विनय तिवारी को कड़ी फटकार लगाते हुए निर्देश दिया कि सभी बाबू हर हालत में सुबह 10 बजे कार्यालय में मिलने चाहिए।


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