161 साल पुरानी 'थ्री नाट थ्री' सहारे सुरक्षा-व्यवस्था
एक कहावत है कि अंग्रेज चले लेकिन अंग्रेजियत यही रह गई। इसके कुछ उदाहरण भी बीच-बीच में मिलते हैं। मसलन, जिले की सुरक्षा-व्यवस्था को ही देख लिया जाय तो यहां अभी भी अंग्रेजों के जमाने की करीब 161 साल पुरानी थ्री नाट थ्री रायफल चलन में है।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : एक कहावत है कि अंग्रेज चले लेकिन अंग्रेजियत यही रह गई। इसके कुछ उदाहरण भी बीच-बीच में मिलते हैं। मसलन, जिले की सुरक्षा-व्यवस्था को ही देख लिया जाय तो यहां अभी भी अंग्रेजों के जमाने की करीब 161 साल पुरानी थ्री नाट थ्री रायफल चलन में है। कई महत्वपूर्ण अवसरों पर इन रायफलों को टांगे पुलिसकर्मी तैनात दिख जाएंगे लेकिन बड़ा सवाल यह है कि एके-47 और इंसास रायफलों के दौरान में इनकी कितनी प्रासंगिकता बची है।
जिले के उच्चाधिकारियों की सुरक्षा सहित बैंकों की सुरक्षा, एटीएम मशीनों की सुरक्षा-व्यवस्था में लगे पुलिसकर्मियों के कंधे पर थ्री नाट थ्री रायफल देखी जा सकती है। सूत्रों की मानें तो जिले में अभी भी करीब 200 थ्री नाट थ्री रायफलें हैं जिन्हें पुलिसकर्मियों, होमगार्ड्स द्वारा प्रयोग किया जा रहा है। हालांकि जिले के पुलिस उच्चाधिकारी इस बात से इंकार करते हैं और कहते हैं कि यह रायफल हटा दी गई है और सिर्फ कुछ होमगार्ड्स के पास ही रायफल मौजूद है लेकिन यह पूरा सच नहीं है। ऐसी रायफल संग तैनात पुलिसकर्मियों को कलेक्ट्रेट परिसर सहित आसपास के क्षेत्रों में आसानी से देखा जा सकता है। बीते 26 जनवरी के अवसर पर ही जब पुलिस के जवानों ने थ्री नाट थ्री से सलामी फाय¨रग देनी चाही तो कई रायफलें जाम हो गई थीं।
कभी कारगर रही यह रायफल
वर्ष 1857 में अंगेजों ने यह रायफल जवानों के हाथों में दी थी। इतना ही नहीं भारतीय सैनिकों ने इसी रायफल से 1962 में चीन से युद्ध लड़ा था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह रायफल कभी बहुत कारगर थी लेकिन आज के दौर को देखते हुए इसकी प्रासंगिकता नहीं बची है। अधिकारियों की मानें तो इस रायफल से पांच फायर से ज्यादा नहीं हो सकते और इसे अब सिर्फ ट्रे¨नग उद्देश्यों के लिए रखा जाता है।
यूपी पुलिस कर चुकी है जांच
सूत्रों ने बताया कि कुछ समय पहले ही यूपी पुलिस ने मौजूद थ्री नाट थ्री रायफल की जांच की थी जिसमें 30 से 50 फीसद रायफलें बेकार पाई गई थीं और इसी रिपोर्ट के आधार पर सभी थानों से यह रायफल हटाने की प्रक्रिया चल रही है। अधिकारियों की मानें तो अब तो होमगार्ड्स को भी एसएलआर व इंसास जैसे अत्याधुनिक हथियार चलाने की ट्रे¨नग दी जा रही है।
पुलिस इन हथियारों से लैस
- आटोमैटिक इंसास रायफल
- अत्याधुनिक एसएलआर
- उच्चीकृत क्षमता के स्टेनगन
- पिस्टल और रिवाल्वर
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वर्जन
'पुलिसकर्मियों को अब एके-47 और इंसास जैसे अत्याधुनिक हथियारों से लैस किया जा रहा है। थ्री नाट थ्री अब प्रचलन में नहीं है और इनका प्रयोग केवल टे¨नग के लिए किया जाता है।'
- गोरखनाथ ¨सह, प्रतिसार निरीक्षक, मीरजापुर