सोन नद में 115 घन मीटर अवैध खनन की पुष्टि
बीते नौ मई को दैनिक जागरण द्वारा सोन नदी में बालू के अवैध खनन की खबर प्रकाशित होने के बाद सतर्क हुए जिला प्रशासन ने रविवार को तटवर्ती क्षेत्रों में छापेमारी की।
जागरण संवाददाता, ओबरा (सोनभद्र): जुगैल थाना क्षेत्र के सोन नद में जगह-जगह बालू के अवैध खनन व भंडारण की पुष्टि हुई है। वन, पुलिस व खनन विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से छापेमारी कर 115 घन मीटर अवैध खनन की पुष्टि किया तो वहीं अलग-अलग स्थानों पर भंडारित की गई 15 घन मीटर अवैध बालू भी मिली है। यह कार्रवाई दैनिक जागरण में खबर प्रकाशित होने के बाद हुई है। तीन विभागों की इस संयुक्त कार्रवाई से अवैध खननकर्ताओं में हड़कंप मच गया।
दैनिक जागरण ने नौ मई के अंक में पेज नंबर दो पर Xह्नह्वश्रह्ल;सोन नद में फिर से शुरू हो गया बालू का अवैध खनन'शीर्षक से खबर प्रकाशित किया था। खबर में अवैध खनन के तरीके, स्थान को भी प्रकाशित किया था। साथ ही वन विभाग के अधिकारी के उस बयान को भी जगह दी गई थी जिमसें उन्होंने अवैध खनन की सूचना मिलने की बात को स्वीकार किया था। खबर प्रकाशित होते ही सख्त हुए प्रशासनिक अमले ने रविवार की शाम को तटवर्ती क्षेत्रों में छापेमारी की। खनन विभाग के साथ पुलिस और वन विभाग की संयुक्त टीम द्वारा की गई छापेमारी में विजौरा में डंप की गई 15 घनमीटर बालू बरामद की गई। इसके अलावा तटवर्ती क्षेत्रों में छापेमारी के दौरान 115 घनमीटर अवैध बालू खनन की पुष्टि हुई है। खनन विभाग के निरीक्षक जीके दत्ता ने अज्ञात लोगों के खिलाफ जुगैल थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। ग्राम विजौरा में संयुक्त टीम द्वारा की गई छापेमारी में दो जगहों पर बालू का अवैध भंडारण पाया गया। जीपीएस लोकेशन में एक जगह 10 घन मीटर एवं दूसरी जगह लोकेशन में पांच घन मीटर अवैध बालू भंडारण पाया गया। विजौरा स्थित सोन नद का भी निरीक्षण किया गया। जिसमें दो जगह पर अवैध खनन होने का निशान मिला। जिसमें एक जगह से कुल बालू खनन की मात्रा 75 घन मीटर तथा दूसरे स्थान से 40 घन मीटर बालू खनन एवं परिवहन किया गया है। ग्रामीणों से पूछताछ
मौके पर उपस्थित स्थानीय व्यक्तियों से पूछताछ के दौरान बताया गया कि ग्राम बिजौरा के ग्रामीणों द्वारा रात के अंधेरे में चोरी-छिपे बालू व मोरम का अवैध खनन, परिवहन किया जाता है। जो उत्तर प्रदेश उप खनिज परिहार नियमावली 1963, खान एवं खनिज विकास अधिनियम 1957 तथा भारतीय दंड संहिता की सुसंगत धाराओं के तहत दंडनीय अपराध है। टीम में खान निरीक्षक जीके दत्ता, थाना प्रभारी जुगैल विनोद कुमार सिंह, सर्वेक्षक एसके पाल, मानचित्रक लक्ष्मीकांत यादव, फारेस्ट गार्ड छविद्र प्रसाद एवं क्षेत्रीय लेखपाल अगोरी खास लालबहादुर यादव आदि शामिल रहे। आधा दर्जन जगहों पर अवैध खनन
वर्तमान में सोन नदी के तटवर्ती खेवंधा, महलपुर, विजौरा, गुजरी, बड़गांवा, चतरवार, छितिकपुरवा, सेमिया, घोरिया आदि जगहों में अवैध बालू खनन का मामला सामने आया है। इनमें कई जगह सोन अभ्यारण के अंतर्गत आता है। हालांकि रविवार को संयुक्त टीम ने विजौरा में ही जांच किया। लेकिन ओबरा वन प्रभाग की टीम द्वारा मध्य प्रदेश की सीमा तक आधा दर्जन से ज्यादा जगहों पर अवैध खनन पाया है। गत गुरुवार देर रात ओबरा वन प्रभाग अंतर्गत जुगैल रेंज में सेमिया से अवैध बालू परिवहन कर रहे ट्रैक्टर को पकड़ा भी गया था। वन विभाग की टीम के छापेमारी की खबर सुनकर अन्य सोन तटों पर अवैध खनन कर रहे खननकर्ता वाहन सहित फरार हो गए थे।