जाने से पहले खूब परेशान हुए कामगार, आज कोर्सा से जाएंगी 25 बसें Meerut News
मेरठ से 1498 श्रमिकों को ट्रेनों के माध्यम से रवाना किया गया और इनमें से जो कामगार बच गए उनकों बसों के माध्यम से उनके घर के नजदीक पहुंचाया गया। इस दौरान कामगारों की भारी भीड़ रही
मेरठ, जेएनएन। बेबस प्रवासी कामगारों को लगातार दूसरे दिन श्रमिक स्पेशल ट्रेन में बैठने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ी। बदली व्यवस्थाओं में मंगलवार को सिटी स्टेशन से मोतिहारी के लिए 1498 श्रमिक रवाना हुए। इसके बाद जो श्रमिक बचे उन्हें बसों के माध्यम से कुशीनगर और सोनभद्र रवाना किया गया। स्टेशन पर मीडिया और अन्य प्रदेश सरकार के कर्मियों का प्रवेश रोका गया।
सिटी स्टेशन पर मंगलवार को पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को छोड़ कर किसी को प्रवेश नहीं दिया गया। नागरिक सुरक्षा संगठन के कार्यकर्ता भी प्लेटफार्म के अंदर न जा सके। स्टेशन और प्लेटफार्म की व्यवस्था आरपीएफ, जीआरपी और रेलवे के कॉमर्शियल स्टाफ ने संभाली। कोचों की क्षमता के अनुसार कतार बन कर यात्रियों को प्रवेश दिया गया। रेलवे कर्मी यात्रियों को कोच में बैठा रहे थे और स्टाफ कम था इसलिए 12.45 बजे से शाम साढ़े चार बजे तक कोचों में यात्रियों को बैठाने का काम चलता रहा।
जबकि सोमवार को ढाई घंटे में सभी 1500 यात्री कोचों में बैठाए जा चुके थे। जिसके चलते मंगलवार को जमुनिया बाग से सिटी बस में आ रहे कामगारों को स्टेशन के बाहर धूप में ही खड़े रहना पड़ा। ट्रेन के जाने का निर्धारित समय शाम छह बजे था। निर्धारित संख्या में यात्रियों के बैठ जाने पर प्रशासन ने रेलवे के अधिकारियों से ट्रेन को जल्द चलाने की मांग की। चूंकि पंडाल में यात्री शेष रहे गए थे। हंगामा न हो इसलिए ट्रेन को 5.10 बजे ही रवाना कर दिया गया। सांसद राजेंद्र अग्रवाल, एडीएम वित्त सुभाष चंद्र प्रजापति, नोडल अधिकारी प्रवीणा अग्रवाल ने यात्रियों का अभिवादन कर रवाना किया। यात्रियों ने तालियां बजा कर जिंदाबाद के नारे लगाए। बचे हुए श्रमिकों को बसों से रवाना किया गया।
धक्के खाते रहे श्रमिक : मंगलवार को स्थनीय रेलवे अधिकारियों ने स्टेशन की मुख्य इमारत के सामने और पार्सल कक्ष की ओर लगे कामगारों के जमावड़े के फोटो और वीडियो मुख्यालय भेज दिए। जिस पर रेलवे मंत्रलय के अधिकारियों ने लखनऊ में शासन के अधिकारियों से वार्ता की। आनन फानन में रेलवे रोड स्थित जमुनिया बाग मैदान में तंबू लगवाया गया। पुलिस अधिकारियों ने सिटी स्टेशन परिसर में बैठे कामगारों को जमुनिया बाग मैदान पहुंचने को कहा। दो घंटे धूप में बैठने के बाद कामगार सामान और बच्चों के साथ पैदल चल कर मैदान में पहुंचे।
श्रमिकों को स्टेशन परिसर से हटाने को लेकर हुई कहासुनी
दो अधिकारियों के निलंबन के बाद सिटी स्टेशन पर सुबह जब कामगारों का जमावड़ा लगने लगा तो कार्यवाहक स्टेशन अधीक्षक सुनील कुमार जैन की पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों से नोंकझोंक हो गई। कार्यवाहक एसएस तुरंत कामगारों को हटाने की मांग करने लगे। जिस पर प्रशासन ने थोड़ा समय दिए जाने की मांग की।
आज कोर्सा से जाएंगी 25 बसें
कंकरखेड़ा स्थित कोर्सा रिसार्ट से 20 मई को बसें कामगारों को गृह जनपद छोड़ने जाएंगी। नोडल अधिकारी और एमडीए सचिव प्रवीणा अग्रवाल ने बताया कि गोरखपुर, झारखंड़, सुल्तानपुर जाने वाले कामगार इनमें जाएंगे।
मोतिहारी के लिए मंगलवार को रवाना हुई श्रमिक स्पेशल ट्रेन में 19 कोच थे। मोतिहारी मेरठ से ट्रेन रूट से 1153 किलोमीटर दूर है। एडीम वित्त सुभाष चंद प्रजापति ने बताया कि ट्रेन से 1498 यात्री रवाना किए गए हैं। शेष रह गए कामगारों में 297 कुशीनगर और 198 कामगार झारखंड सीमा के लिए रोडवेज बसों से भेजे गए हैं। यात्रियों को निश्शुल्क गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई है।-सुभाष चंद्र प्रजापति, एडीएम वित्त