मुजफ्फरनगर में दर्द से तड़पती आठ गर्भवतियों की मौत पर महिला आयोग सख्त, जवाब तलब
मुजफ्फरनगर में दर्द से तड़प रही आठ गर्भवतियों के भर्ती न करने पर हुई मौत। शिकायत के बाद जिला प्रशासन ने सीएमओ को भेजा पत्र।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। जिला महिला अस्पताल सहित जनपद के निजी अस्पतालों में दर्द से तड़पती गर्भवतियों को भर्ती न करने के मामले उजागर हुए हैं। उत्तर प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष ने अस्पतालों की मनमानी और स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों की लापरवाही पर आक्रोश दिखाते हुए महिलाओं के उत्पीड़न पर सवाल खड़े किए हैं। मामले में जवाब तलब करने को प्रशासन ने सीएमओ को पत्र भेजकर आख्या मांगी है। जनपद में जिला महिला अस्पताल सहित निजी अस्पतालों मे चिकित्साधिकारियों की अनदेखी के चलते गर्भवती महिलाओं के उत्पीड़न और मौत के मामले उत्तर प्रदेश महिला आयोग में पहुंचे हैं। महिला आयोग की अध्यक्ष ने मुजफ्फरनगर प्रशासन को मामलों से अवगत कराते हुए आक्रोश जाहिर किया है। इस संबंध में मुख्य विकास अधिकारी ने महिला आयोग की अध्यक्ष को आख्या प्रेषित करने के लिए सीएमओ कार्यालय के संबंधित एसीएमओ डा. वीके सिंह से पूर्ण रिपोर्ट मांगी है। महिला आयोग की अध्यक्ष ने जनपद से मिली शिकायतों में अवगत कराया कि आठ अस्पतालों में दर्द से तड़प रही गर्भवती महिलाओं को भर्ती नहीं किया गया है, जिसके चलते उनकी एंबुलेंस में ही मौत हो गई है।
इन्होंने बताया
स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी शिकायतें प्राप्त हुई है। इसके लिए सीएमओ को पत्र भेजकर विवरण सहित संबंधित अधिकारी या कर्मचारी से आख्या मांगी गई है। महिला आयोग से मांगी गई आख्या के लिए सीएमओ को पत्र भेजा गया है।
- आलोक कुमार यादव, सीडीओ