सदर दुर्गाबाड़ी में निभाई सिंदूर खेला की परंपरा, कोरोना की गाइडलाइन का रखा गया पूर ध्यान Meerut News
नवरात्र में नौ दिन पूजा-अर्चना के बाद सोमवार को सदर दुर्गाबाड़ी में मां दुर्गा को विदाई दी गई। इस वर्ष सदर दुर्गाबाड़ी मंदिर में 214वीं दुर्गा पूजा महोत्सव का आयोजन किया गया। सुबह दशमी पूजन के बाद दर्पण विसर्जन हुआ।
मेरठ, जेएनएन। नवरात्र में नौ दिन पूजा-अर्चना के बाद सोमवार को सदर दुर्गाबाड़ी में मां दुर्गा को विदाई दी गई। इस वर्ष सदर दुर्गाबाड़ी मंदिर में 214वीं दुर्गा पूजा महोत्सव का आयोजन किया गया। सुबह दशमी पूजन के बाद दर्पण विसर्जन हुआ। बंगाली समाज की सुहागिन महिलाओं ने मां दुर्गा को सिंदूर चढ़ाकर अखंड सौभाग्य व सुहाग के लिए लंबी आयु का वरदान मांगा। कोरोना काल में बचाव के नियमों को अपनाते हुए महिलाओं ने एक-दूसरे को तिलक लगाकर सिंदूर खेल की परंपरा निभाई। इसके बाद सीमित संख्या में श्रृद्धालुओं ने मां दुर्गा की प्रतिमा का नानू नहर में विसर्जन किया।
मंत्रोच्चारण के साथ हुई पूजा
कोलकाता के पंडित शिव प्रसाद ने सुबह मंत्रोच्चारण के साथ विधिवत पूजन व हवन किया। भक्तों ने मां दुर्गा का आशीर्वाद लेकर अगले बरस जल्दी आने की कामना की। इसके बाद मां दुर्गा को फलों और मिठाई का भोग लगाया गया। पूजन के दौरान शामिल महिलाओं में मोहिनी मुखर्जी, पपीया सान्याल, जयश्री सूद, मुक्ता बनर्जी, बेला बनर्जी, रिंकू नियोगी व लिपिका आदि शामिल रहीं। आयोजन में बंगाली दुर्गाबाड़ी समिति से संयोजक अमिताभ मुखर्जी, अध्यक्ष एसके डे, सचिव प्रियांक चटर्जी, पूजा सचिव सुब्रोतो विश्वास, संयुक्त सचिव सत्यजीत मुखर्जी, अभय मुखर्जी, सुब्रोतो सेन, अजय मुखर्जी व देव बनर्जी आदि का विशेष योगदान रहा।
भाटवाड़ा से निकली विसर्जन शोभायात्रा
श्रीकृष्ण मित्र मंडल की ओर से भाटवाड़ा स्थित दुर्गा मंदिर में मां जगदंबा के दिव्य स्वरूपों को स्थापित कराकर पूजन किया गया। सोमवार को भाटवाड़ा से मां दुर्गा की शोभायात्रा निकाली गई। ट्रैक्टर-ट्राली पर डोले पर माता और शिव परिवार को विराजमान कर शोभायात्रा निकाली गई। प्रधान दीपक शर्मा ने बताया कि कोरोना गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए मंदिर से विसर्जन यात्रा निकाली। सोशल मीडिया के माध्यम से शोभायात्रा का लाइव प्रसारण भी किया गया।