चमत्कारी घटना : गाजियाबाद में मिली लाश जिस महिला की बताई, वो अलीगढ़ में मिली जिंदा
बुलंदशहर पुलिस अलीगढ़ पहुंची और महिला को बरामद करके ले आई। महिला ने बताया कि वह सास ससुर और पति के उत्पीडऩ से तंग होकर नोएडा चली गई थी।
बुलंदशहर, जेएनएन। गाजियाबाद के साहिबाबाद में जिस बुलंदशहर के इस्लामाबाद की रहने वाली विवाहिता का शव सूटकेस में मिला था। सोमवार को उस मामले में नया मोड़ आ गया है। महिला जिंदा है और जब उसने अपने मरने की खबर सुनी तो सोमवार को वह अलीगढ़ के गांधी पार्क थाने में पहुंच गई। उसने पुलिस को सबकुछ बताया। जिसके बाद अलीगढ़ पुलिस ने इसकी जानकारी बुलंदशहर पुलिस को दी। बुलंदशहर पुलिस अलीगढ़ पहुंची और महिला को बरामद करके ले आई। महिला ने बताया कि वह सास, ससुर और पति के उत्पीडऩ से तंग होकर नोएडा चली गई थी। इसके बाद जब उसे पता चला कि उसे मरा हुआ घोषित कर दिया गया तो वह अपने मायके में पहुंची।
इस तरह से मिली थी सूटकेस में लाश, ऐसे की पहचान
27 जुलाई को गाजियाबाद के साहिबाबाद में एक महिला की सूटकेस में लाश मिली। गाजियाबाद के ही रहने वाले ईस्माइल नाम के व्यक्ति ने बताया कि महिला बुलंदशहर के इस्लामाबाद की रहने वाली है। जिसके बाद बुलंदशहर पुलिस ने महिला की मां बूंदो पत्नी जफर निवासी कस्बा जलाली मोहल्ला नसीरा थाना हरदुआगंज को गाजियाबाद ले जाकर भी बरीशा की पहचान कराई। मां बूदों और भाई ने उसकी पहचान बरीशा के रूप में की थी। जिसके बाद बरीशा का शव समझकर किसी अंजान लड़की के शव को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया।
जिंदा लौटी बरीशा ने बताई यह कहानी
आरिफ की पत्नी बरीशा ने बताया कि एक जून को उसकी शादी हुई। एक जुलाई को वह अपने मायके में गई। 17 जुलाई को मायके से फिर ससुराल में आ गई। इस दौरान सास जमीला, पति आरिफ और ससुर मुस्लिम ने उसके जेवरात चोरी कर लिए और चोरी का आरोप उसके मायके पक्ष पर लगा दिया। जिसके बाद 22 जुलाई की रात उसे पीटा गया। बरीशा को लगा कि उसकी हत्या की जा सकती है। इसलिए वह 23 जुलाई की सुबह अपने घर से निकलकर नोएडा एक इलेक्ट्रॉनिक कंपनी में काम करने लगी। रविवार को बरीशा को पता चला कि उसे परिजनों ने मरा हुआ समझ लिया है। जिसके बाद वह मायके पहुंची और फिर गांधी पार्क थाने पर।
हटेगी दहेज हत्या की धारा : एसएसपी
एसएसपी संतोष कुमार सिंह का कहना है कि इस पूरे मामले में अब नया मोड़ आ गया है। बरीशा जिंदा है। फोटो, आधार कार्ड आदि सभी से मिलान किया जा चुका है। इसलिए बरीशा के भाई ने जो मुकदमा दर्ज कराया है। उसमें से दहेज हत्या की धारा हटाई जाएगी, लेकिन बरीशा का दहेज के लिए उत्पीडऩ हुआ है। यह धारा मुकदमे से नहीं हटेगी।
जरूरत पड़ी तो होगा डीएनए
एसएसपी का कहना है कि जिस महिला का सूटकेस में शव मिला था। उसका गाजियबाद पुलिस ने डीएनए सुरक्षित रख लिया था। वहीं, उसका बिसरा भी सुरक्षित रखा हुआ है। गाजियाबाद पुलिस को बरीशा के जिंदा होने की जानकारी दे दी गई है। अब गाजियाबाद पुलिस पता लगाएगी कि सूटकेस में किस महिला की लाश मिली थी।