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मेरठ से दिल्ली और सीमा पार तक से जुड़ रहे तार

थापरनगर से पकड़े गए पंजाब के आतंकी का मेरठ से लेकर दिल्ली और सीमा पार तक का कनेक्शन सामने आ रहा है। कई बड़े रसूखदार लोगों के भी वह लगातार संपर्क में था। खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट का वह सक्रिय सदस्य बताया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 31 May 2020 06:00 AM (IST)Updated: Sun, 31 May 2020 06:04 AM (IST)
मेरठ से दिल्ली और सीमा पार तक से जुड़ रहे तार
मेरठ से दिल्ली और सीमा पार तक से जुड़ रहे तार

मेरठ, जेएनएन। थापरनगर से पकड़े गए पंजाब के आतंकी का मेरठ से लेकर दिल्ली और सीमा पार तक का कनेक्शन सामने आ रहा है। कई बड़े रसूखदार लोगों के भी वह लगातार संपर्क में था। खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट का वह सक्रिय सदस्य बताया जा रहा है। उसका काम सीमा पार से गोला-बारुद मंगाकर उसे सप्लाई करने का था। अब मेरठ पुलिस सबसे पहले उसके लोकल कनेक्शन की जांच में जुट गई है। आरोपित के पास से जनरैल सिंह भिडरावाला के पोस्टर भी बरामद हुए हैं।

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शनिवार दोपहर के समय पंजाब पुलिस के डीएसपी राकेश कुमार यादव, स्पेशल आपरेशन सेल के अजीत सिंह और यूपी एटीएस के साथ मेरठ पहुंचे। यहां आला अधिाकरियों को जानकारी देने के बाद उन्होंने आतंकी तीरथ सिंह को पकड़ लिया। सूत्रों ने बताया कि वह काफी समय से सोशल मीडिया पर खालिस्तान मूवमेंट से जुड़ा था। अब जांच एजेंसियां उसके स्थानीय से लेकर दिल्ली और विदेशी तक के कनेक्शन की जांच में जुट गई हैं। उसके संपर्क में काफी लोग थे, सभी रडार पर आ गए हैं। सोशल मीडिया से जुड़े लोगों के एकाउंट भी खंगाले जाएंगे।

पाकिस्तान भी जा चुका

तीरथ सिंह खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट का सक्रिय सदस्य है। सूत्रों ने बताया कि सीमापार से गोला-बारुद मंगाने की उसपर जिम्मेदारी रहती है। इस सिलसिले में ही वह दो बार पाकिस्तान भी जा चुका है। अब उससे जुड़े हर व्यक्ति की कुंडली खंगाली जाएगी। वहीं, पुलिस इस बात की भी जांच करेगी कि कहीं यह स्थानीय युवकों को भी तो खालिस्तान मूवमेंट के लिए तो तैयार नहीं कर रहा था।

दिन में काम, शाम को सेवादारी

आसपास के लोगों ने बताया कि आरोपित दिन में सोतीगंज स्थित एक ऑटो पा‌र्ट्स की दुकान में काम करता है। करीब चार साल से वह एक ही जगह काम कर रहा है। इसके बाद शाम को वह गुरुद्वारे में सेवादारी करता है। बताया गया कि आसपास के लोगों से भी उसका बातचीत काफी कम होती थी। एलआइयू एक बार फिर फेल

एलआइयू एक बार फिर फेल साबित हुई। थापरनगर में एक आतंकी कई सालों से रह रहा था। सीमापार से भी उसका कनेक्शन है। बावजूद इसके एलआइयू को पता तक नहीं चला। यह कोई पहला मौका नहीं है, जब खुफिया विभाग की पोल खुल गई है। आतंकी का पिता इंटर कॉलेज में चौकीदार

तीरथ सिंह के पिता अजीत सिंह खालसा इंटर कॉलेज में चौकीदार हैं। साथ ही बच्चों को रिक्शे से लाने- ले जाने का काम भी उनके जिम्मे है। स्कूल के ऊपर ही प्रबंधकों ने उनको कमरा दे रखा है। बताया जाता है कि तीरथ सिंह को तीन माह पहले एक फोन कैंट क्षेत्र में मिला था, जिसे उसने इस्तेमाल किया और खराब हो जाने के चलते बंद कर दिया था। उस फोन में जो सिम इस्तेमाल किया था, उसे दूसरे फोन में डाल लिया था। उसी आधार पर जांच टीम खालसा इंटर कॉलेज तक पहुंची थी। इस दौरान सदर बाजर पुलिस भी उनके साथ थी। पुलिस जिस फोन की तलाश में थी, वह फोन तीरथ सिंह के पास था।


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