परवेज आलम दिल्ली में गिरफ्तार, खुशी मेरठ में... लेकिन कुछ देर के लिए ही Meerut News
मेरठ के नौचंदी थाने के वांछित परवेज से दिल्ली में गिरफ्तार परवेज का कोई लेना-देना नहीं है। दोनों अलग-अलग किरदार हैं।
मेरठ, जेएनएन। सीएए के विरोध में हिंसा कराने के आरोपित केरल के चरमपंथी इस्लामी संगठन पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ) के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष परवेज आलम की दिल्ली में गिरफ्तारी के बाद मेरठ पुलिस ने कुछ देर के लिए राहत की सांस ली। हालांकि उनका चैन तब छिन गया जब पता चला कि मेरठ के नौचंदी थाने के वांछित परवेज से दिल्ली में गिरफ्तार परवेज का कोई लेना-देना नहीं है। दोनों अलग-अलग किरदार हैं। दरअसल, परवेज आलम मेरठ के नौचंदी थाने का भी वांछित है। दिल्ली पहुंची मेरठ पुलिस की जांच में सामने आया कि दिल्ली में पकड़ा गया परवेज आलम दूसरा व्यक्ति है। उसका मेरठ के मुकदमे से कोई संबंध नहीं है। ऐसे में मेरठ पुलिस वापस लौट आई।
सीएए के खिलाफ आंदोलन की पश्चिमी उप्र में कमान मोदीनगर के भोजपुर क्षेत्र के कलछीना निवासी परवेज आलम के पास थी। लखनऊ में पीएफआइ से जुड़े कुछ लोगों की गिरफ्तारी के बाद परवेज का नाम सामने आया था। परवेज ने मेरठ के नौचंदी थाने के शास्त्रीनगर में कार्यालय खोलकर जोन के सभी जनपदों में संगठन के सदस्य बनाए थे। परवेज के ऑफिस से आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद हुई थी। उसकी अंतिम लोकेशन पश्चिम बंगाल में मिली थी। उसपर कप्तान अजय साहनी ने 25 हजार रुपये इनाम घोषित किया था।
पुलिस जांच में सामने आया कि अपने गांव कलछीना में भी परवेज आलम 27 सदस्य बना चुका था। मेरठ में भी उसने 100 से ज्यादा सदस्य बनाए थे। पुलिस की टीम जोन में 50 से ज्यादा पीएफआइ सदस्यों को जेल भेज चुकी है।
इधर, गुरुवार को दिल्ली पुलिस की टीम ने पीएफआइ के दिल्ली प्रदेशाध्यक्ष परवेज आलम को गिरफ्तार कर लिया, तभी मेरठ पुलिस को भी लगा कि उनका आरोपित हाथ लग गया। नौचंदी थाने की एक टीम को दिल्ली भेजा गया। इंस्पेक्टर आशुतोष कुमार ने बताया कि दिल्ली में पकड़ा गया पीएफआइ सरगना परवेज आलम दूसरा है, जबकि पश्चिम प्रदेश प्रभारी परवेज आलम कलछीना का रहने वाला है।
एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि कलछीना निवासी परवेज आलम को भी पुलिस जल्द गिरफ्तार करेगी। उसने कोर्ट में सरेंडर की अर्जी भी डाली थी, जिसकी हाईकोर्ट में सुनवाई चल रही है।