CM Yogi Aditynath Visit Saharanpur: बजट के अभाव में जो नहीं भर रहे थे गड्ढे, सीएम के आते ही बदल गई शहर की सूरत
भादौ मास की तपती दुपहरी पारा करीब 35 के आसपास। आसमान में छाये बादलों से उमस गर्मी का असर और भी बढा रही थी। अब मौका सरकार के आने का था तो पूरा तंत्र गर्मी भूलकर सड़क पर था।
सहारनपुर, जेएनएन। भादौ मास की तपती दुपहरी, पारा करीब 35 के आसपास। आसमान में छाये बादलों से उमस गर्मी का असर और भी बढा रही थी। अब मौका सरकार के आने का था, तो पूरा तंत्र गर्मी भूलकर सड़क पर था। कोशिश यह कि क्या कुछ सूरत बदल दी जाए। पुलिस महकमा भी ऐसा सतर्क कि परिंदा भी पर न मार सके। लॉकडाउन में सर्किट हाउस रोड पर अघोषित कर्फ्यू का अहसास हो रहा था। मसला कोरोना का था, सीएम योगी आदित्यनाथ खुद समीक्षा करने आ रहे थे तो तंत्र की धड़कनें बढ़ना वाजिब था, लेकिन सड़कों पर सरकारी महकमों ने पर्देदारी का जो रंगमंच सजाया, उसे देखकर हर बाशिंदा यह कहने को मजबूर रहा, कि काश हर रोज अफसरों का यह रंग नजर आता।
बजट में नहीं पर सीएम के आने पर भर गए गड्ढे
कोरोना से जंग में सहारनपुर जिला प्रशासन के प्रयासों को कमतर नहीं आका जा सकता, यह दीगर है कि पिछले कुछ दिनों में यहां पर मौतों का आंकड़ा बढ़ा है, लेकिन प्रयास सराहनीय हैं। इसके बाद भी पिछले दो दिनों में सहारनपुर की सड़कों पर सब कुछ सामान्य नहीं था। सड़कों के वह गड्ढे जो बजट के अभाव में नहीं भरे जा रहे थे, सीएम के आगमन मात्र से ही भर दिए गए। बजट का इंतजार किया गया न फाइलों की खानापूर्ति। इससे आम आदमी के दिल पर जख्म उभर आए हैं। यह जख्म कैसे भरेंगे, कुछ पाता नहीं।
सड़कों पर सज गई रंगोली
शहर के उन इलाकों में जहां महीनों से कूड़ा नहीं उठ रहा था, सीएम के आगमन मात्र से कूड़ा उठ गया, जहां नहीं उठ पाया वहां पर पर्दा डाल दिया गया। सड़कों पर रंगोली सजा दी गई। सड़कों की धुलाई की गई, और उन्हें सेनेटाइज भी कर दिया गया। सरकारी अस्पतालों को दुरुस्त कर दिया गया, वार्ड चमका दिए गए। दवाओं का कोटा पूरा कर दिया गया। मेडिकल कालेज में गंदगी से पटा कोरोना वार्ड चमचमा गया, मरीजों को सभी सुविधायें मयस्सर हो गईं। कोरोना वार्ड की सूरत बदल गई, उपचार का स्तर बढा दिया गया। यह सब कुछ मात्र सीएम के आने से हो गया। मतलब साफ है कि इससे पहले जो कुछ हालात थे, वह सामान्य नहीं थे। शनिवार सुबह से सड़कें रंगोली से चमक उठीं, तो सवालों की बौछार भी हुई।