Weapon Smuggling in Meerut: मेरठ में बिना किसी रोकटोक के घर से कब्रिस्तान तक चल रही हथियार फैक्ट्री
239 अवैध हथियार और 140 आरोपितों की गिरफ्तारी कर पुलिस भले ही अपनी पीठ थपथपा रही हो लेकिन हकीकत यह है कि पुलिस की नाक के नीचे अवैध हथियार बनाए जा रहे थे।
मेरठ, जेएनएन। 239 अवैध हथियार और 140 आरोपितों की गिरफ्तारी कर पुलिस भले ही अपनी पीठ थपथपा रही हो, लेकिन हकीकत यह है कि पुलिस की नाक के नीचे अवैध हथियार बनाए जा रहे थे। अहम बात यह भी है कि दिल्ली पुलिस भी मेरठ में कई बार फैक्ट्री पकड़ चुकी है। आतंकी संगठन खालिस्तानी लिबरेशन फ्रंट को भी मेरठ से हथियार सप्लाई किए जा रहे थे।
एटीएस की गिरफ्त में आया केएलएफ सदस्य किठौर निवासी जावेद चंद दिनों में ही करोड़ों का मालिक बन गया। जावेद समेत कई अन्य लोग भी हथियार सप्लाई से करोड़ों रुपये कमा चुके हैं। पुलिस केवल अभियान के नाम पर ही कार्रवाई करती है। मेरठ का सच यह है कि घर से लेकर कब्रिस्तान तक हथियार की फैक्ट्री चल रही है।
खालिस्तानी लिबरेशन फ्रंट को भी मेरठ से मुहैया कराए थे हथियार
लिसाड़ीगेट, किठौर के राधना और परीक्षितगढ़ के अलावा ब्रह्मपुरी में भी अवैध हथियार तैयार करने की फैक्ट्री चल रही हैं। फैक्ट्री का संचालन फुरकान कर रहा था। उसे चंद माह पहले ही दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जमानत पर छूट कर आने के बाद भी पुलिस ने फुरकान पर कोई निगरानी नहीं रखी। अफसर हर मीटिंग में दावा करते हैं कि जेल से छूटकर आने वाले अपराधियों की पुलिस निगरानी करेगी। पुलिस दावा कर रही है कि जमानत पर छूट कर आने के बाद ही फुरकान हथियार बनाने में जुट गया था।
पुलिस सवालों के घेरे में इसलिए है कि डीजीपी का फरमान नहीं आता तो यह धंधा पता नहीं कितने दिल चलता रहता। फुरकान पंचायत चुनाव के लिए कई नेताओं को हथियार सप्लाई कर चुका है। एसएसपी का कहना है कि अपराधियों का साथ देने वाले उनके साथियों की धरपकड़ की जा रही है। जल्द ही चोरी के वाहन बरामद करने का अभियान चलाया जाएगा।