हम आज भी फैसले पर हैं कायम
7.241 एकड़ जमीन को लेकर चल रहे विवाद में बुधवार को कृषक इंटर कालेज के प्रबंध समिति के प्रबंधक अजय सिंह ने पत्रकार वार्ता की।
जेएनएन, मेरठ। 7.241 एकड़ जमीन को लेकर चल रहे विवाद में बुधवार को कृषक इंटर कालेज के प्रबंध समिति के प्रबंधक अजय सिंह ने पत्रकार वार्ता की। उन्होंने कहा कि विवाद सुलझाने के लिए गणमान्य लोगों ने केंद्रीय मंत्री डा. संजीव बालियान, विधायक दिनेश खटीक और जितेंद्र सतवाई को बुलाया था। पांच लोगों की समिति ने जमीन कृषक इंटर कॉलेज की निगरानी में दी थी। वे इस फैसले पर तटस्थ हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि डिग्री कालेज प्रबंध समिति के प्रवक्ता अतुल वर्मा व सचिव अर्चना वर्मा दंपती फैसले को नहीं मान रहे हैं। उन्हें और जनप्रतिनिधियों को बदनाम किया जा रहा है। उक्त भूमि से ही प्रवक्ताओं का मानदेय दिया जा रहा है। कालेज में बीस के स्थान पर मात्र छह प्रवक्ता रह गए हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि तबादले के लिए प्रवक्ताओं को अनापत्ति प्रमाण पत्र क्यों दिया जा रहा है। इस मौके पर प्रबंध समिति अध्यक्ष उत्तम कुमार, कोषाध्यक्ष विमल कुमार, दीपक कुमार, सेंसरपाल, नरेशपाल मौजूद रहे।
बता दें कि कृषक पीजी कालेज प्रबंध समिति के प्रवक्ता ने मामला नहीं सुलझने पर महापंचायत का ऐलान किया था। कृषक पीजी कालेज के प्रवक्ता अतुल वर्मा का कहना है कि फैसला इंटर कालेज ने नकारा है।
दिल्ली में एएसआइ की मौत पर गांवड़ा में कोहराम
जेएनएन, मेरठ। दिल्ली पुलिस में एएसआइ गांव गांवड़ा निवासी जाकिर हुसैन की दिल्ली में निर्माणाधीन भवन की इमारत गिरने से मौत हो गई।
चचेरे भाई पूर्व ग्राम प्रधान शकील अहमद ने बताया कि जाकिर हुसैन पुत्र ईदा तीन भाइयों मे मंझले थे। जाकिर ने 1989 में नगर के गांधी स्मारक देव नागरी इंटर कालेज से इंटरमीडिएट किया था। 1993 में दिल्ली पुलिस में सिपाही नियुक्त हुए थे। वर्तमान में वह एएसआइ थे। जाकिर परिवार के साथ दिल्ली के वजीराबाद में रहते थे। बुधवार सुबह वह दिल्ली में एक अवैध निर्माणाधीन भवन की जांच करने गए थे। उसी दौरान इमारत गिर गई और मलबे में दबने से उनकी मौत हो गई। उनके परिवार में पत्नी गुलशन, पुत्री रिमशा (18) व दो पुत्र शोएब (17) व दानिश (15) हैं। वह आखिरी बार बकरीद पर गांव आए थे। उनकी मौत की सूचना मिलने पर पिता ईदा, मां हसीना व परिवार के अन्य लोग दिल्ली रवाना हो गए। गांव मे शोक है। दिल्ली में ही उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया गया।