आपत्तियों पर सुनवाई आज, कैंट में वोट कटे तो वार्ड भी हो सकते हैं कम Meerut News
कैट में दर्ज आपत्तियों पर सुनवाई आज होगी। वार्ड में अगर वोटरों की संख्या कम होती है तो वार्ड की संख्या भी कम होने की आशंका बनी हुई है।
By Prem BhattEdited By: Published: Tue, 13 Aug 2019 01:45 PM (IST)Updated: Tue, 13 Aug 2019 01:45 PM (IST)
मेरठ, जेएनएन। छावनी परिषद कार्यालय में मंगलवार को वोटरलिस्ट पर दर्ज आपत्तियों की सुनवाई है। इसमें हर वार्ड से लोगों के नाम कट सकते हैं। आपत्तियों की सुनवाई के बाद सितंबर में मतदाता सूची प्रकाशित होगी। इसके बाद सभी वार्ड का परिसीमन किया जाएगा। वार्ड में अगर वोटरों की संख्या कम होती है तो वार्ड की संख्या भी कम होने की आशंका बनी हुई है। छावनी परिषद का पिछला चुनाव वर्ष 2015 में हुआ था। इसमें आठ वार्ड में सेना को मिलाकर कुल 63 हजार मतदाता थे।
दर्ज कराई गईं आपत्तियां
छावनी परिषद की मतदाता सूची हर साल सर्वे के बाद संशोधित की जाती है। इसमें छावनी परिषद की ओर से वर्ष 2016, 2017, 2018 में भी मतदाता सूची प्रकाशित किए गए। जिसके अनुसार छावनी की अंतिम मतदाता सूची में मतदाताओं की संख्या 35 हजार के करीब थी। अब वर्ष 2019 के लिए मतदाता सूची तैयार हो रही है। हर वार्ड में मतदाताओं को लेकर लोगों की ओर से आपत्तियां दर्ज कराई गई है। जिसकी मंगलवार को सुबह 11 बजे से सुनवाई है। करीब दो हजार लोगों की आपत्तियां हैं।
अवैध वोट कटे
छावनी परिषद ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अवैध कब्जे, झुग्गी में रहने वाले लोगों का नाम वोटरलिस्ट से हटा दिया है। जिसकी वजह से मतदाताओं की संख्या काफी कम हुई है। 20 से 24 हजार मतदाता ही छावनी में वैध ठहराए गए हैं। ऐसी स्थिति में अगर मतदाताओं की संख्या कम होती है तो ए श्रेणी की छावनी की श्रेणी भी बदल सकती है। साथ ही वार्ड की संख्या भी कम हो सकती है।
सितंबर में लिस्ट जारी
अक्टूबर से वार्डो का परिसीमन किया जाएगा। छावनी परिषद इस बार जिस वोटरलिस्ट को तैयार कर रहा है, उसी के आधार पर वर्ष 2020 में छावनी परिषद का चुनाव भी होगा। ऐसे में सभी सदस्य वोटरलिस्ट को लेकर काफी सजग हैं। सदस्यों की ओर से भी कई आपत्तियां हैं तो उनकी आपत्तियों पर भी आपत्ति है।
दर्ज कराई गईं आपत्तियां
छावनी परिषद की मतदाता सूची हर साल सर्वे के बाद संशोधित की जाती है। इसमें छावनी परिषद की ओर से वर्ष 2016, 2017, 2018 में भी मतदाता सूची प्रकाशित किए गए। जिसके अनुसार छावनी की अंतिम मतदाता सूची में मतदाताओं की संख्या 35 हजार के करीब थी। अब वर्ष 2019 के लिए मतदाता सूची तैयार हो रही है। हर वार्ड में मतदाताओं को लेकर लोगों की ओर से आपत्तियां दर्ज कराई गई है। जिसकी मंगलवार को सुबह 11 बजे से सुनवाई है। करीब दो हजार लोगों की आपत्तियां हैं।
अवैध वोट कटे
छावनी परिषद ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अवैध कब्जे, झुग्गी में रहने वाले लोगों का नाम वोटरलिस्ट से हटा दिया है। जिसकी वजह से मतदाताओं की संख्या काफी कम हुई है। 20 से 24 हजार मतदाता ही छावनी में वैध ठहराए गए हैं। ऐसी स्थिति में अगर मतदाताओं की संख्या कम होती है तो ए श्रेणी की छावनी की श्रेणी भी बदल सकती है। साथ ही वार्ड की संख्या भी कम हो सकती है।
सितंबर में लिस्ट जारी
अक्टूबर से वार्डो का परिसीमन किया जाएगा। छावनी परिषद इस बार जिस वोटरलिस्ट को तैयार कर रहा है, उसी के आधार पर वर्ष 2020 में छावनी परिषद का चुनाव भी होगा। ऐसे में सभी सदस्य वोटरलिस्ट को लेकर काफी सजग हैं। सदस्यों की ओर से भी कई आपत्तियां हैं तो उनकी आपत्तियों पर भी आपत्ति है।
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