CAA Protest : मेरठ में हिंसा के लिए दिल्ली से हायर किए थे उपद्रवी Meerut News
शहर में हिंसा की प्लानिंग चार दिनों तक की गई। दिल्ली से कुछ बवालियों को भी हायर किया गया जो भीड़ को पत्थर फेंकने और फायरिंग करने की ट्रेनिंग तक दे रहे थे।
मेरठ, जेएनएन। शहर में हिंसा की प्लानिंग चार दिनों तक की गई। दिल्ली से कुछ बवालियों को भी हायर किया गया, जो भीड़ को पत्थर फेंकने और फायरिंग करने की ट्रेनिंग तक दे रहे थे। चार दिनों से असलाह में जुटाया जा रहा था। मामला शांत होने के बाद पुलिस ने डेढ़ दर्जन बवालियों को गिरफ्तार कर लिया है।
डेढ़ दर्जन बवालियों का पकड़ा
जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने और अयोध्या निर्णय के बाद भी शहर पूरी तरह से शांत रहा। अचानक ही नागरिक संशोधन कानून का विरोध भड़कने के पीछे बड़ी साजिश उजागर हुई है। कप्तान अजय साहनी ने बताया कि पुलिस ने डेढ़ दर्जन बवालियों को पकड़ लिया है, जिनमें से 12 बवाली दिल्ली के रहने वाले हैं। दिल्ली के रहने वाले एक बवाली की मौत भी हो गई है। पुलिस को खुफिया इनपुट मिला है कि मेरठ में हिंसा कराने के लिए दिल्ली के बवालियों को हायर किया गया था, जो चार दिन पहले ही मेरठ में आ गए थे। उन्होंने कुछ युवकों को पत्थर फेंकने से लेकर हथियार चलाने के बारे में जानकारी दी।
असलाह कहां से खरीदा
बाकायदा चार दिनों से अवैध असलाह भी खरीदा जा रहा था। सवाल है कि इस बड़ी साजिश के पीछे कौन है? पकड़े गए बवालियों से पुलिस की एक टीम लगातार पूछताछ कर रही है। पड़ताल की जा रही है कि बवालियों ने असलाह कहां से खरीदा था? शहर के एक हिस्से में हिंसा के लिए इतनी बड़ी प्लानिंग की गई। उसके बावजूद भी खुफिया विभाग कोई इनपुट नहीं मिल पाया है। यही कारण है कि आधा शहर ङ्क्षहसा की चपेट में आ गया।
उधर संदेश दिया, इधर हिंसा की तैयारी
गुरुवार को पुलिस के वाट्सएप पर संदेश भेजने वाले समाज के लोगों को भी इस हिंसा की भनक नहीं लग पाई। उससे भी हैरत की बात है कि शांति का संदेश देने वाले लोग हिंसा के दौरान पुलिस के साथ नजर तक नहीं आए। माना जा रहा है कि संदेश भेजकर पुलिस को गुमराह किया जा रहा है। उधर, समाज के लोगों द्वारा की जा रही हिंसा की तैयारी का भी हिस्सा बने हुए थे। पुलिस शांति का संदेश देने वाले लोगों पर भी कार्रवाई करेगी। एसएसपी का कहना है कि हिंसा भड़काने वाले लोगों को कदापि बख्शा नहीं जाएगा। हिंसा की सभी वीडियो और फोटो पुलिस जुटा रही है।
शांति की अपील करने वाले बने बवालियों के हमदर्द
शहर में शांति की अपील करने वाले लोग ही बवालियों के हमदर्द बनकर देर रात सामने आ गए। तीन बवालियों की मौत के बाद बदर अली और शहर काजी समेत काफी लोगों ने आसिफ के भाई जावेद से तहरीर लिखवाई, जिसमें आरोप लगाया कि तीनों उपद्रवी पुलिस की गोली से मरे हैं। उन्होंने ब्रह्मपुरी थाने में तहरीर देने का दावा भी किया है। बदर अली का कहना है कि मृतकों के परिवार को 50-50 हजार का मुआवजा दिया गया है।