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मेरठ : जिस्मफरोशी कराने वाले व्यापारी नेता विनोद अरोड़ा को गिरफ्तार कर भेजा जेल, साल भर पहले पकड़ा था रैकेट

उत्‍तर प्रदेश के मेरठ में देह व्‍यापार करने वाले मुख्‍य आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपित एक साल पु‍लिस की पकड़ से दूर था। एक साल पहले इसी के होटल से चार युवक और दो युवतियां पकड़े गए थे।

By Himanshu DwivediEdited By: Published: Sat, 09 Jan 2021 02:32 PM (IST)Updated: Sun, 10 Jan 2021 08:25 AM (IST)
मेरठ : जिस्मफरोशी कराने वाले व्यापारी नेता विनोद अरोड़ा को गिरफ्तार कर भेजा जेल, साल भर पहले पकड़ा था रैकेट
मेरठ में देह का व्‍यापार करने वालेे व्‍यापारी को पुलिस ने जेल भेज दिया।

मेरठ, जेएनएन। मेरठ के शास्त्री नगर सेंट्रल मार्केट व्यापार संघ के पूर्व महामंत्री विनोद अरोड़ा को एएचटीयू (एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट) ने साहिल होटल से गिरफ्तार कर लिया। विनोद अरोड़ा डेढ़ साल से जिस्मफरोशी के मामले में वांछित चल रहा था। पुलिस ने उसके साहिल होटल से से अनैतिक देह व्यापार पकड़ा था। विनोद अरोड़ा को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया।

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जिस्मफरोशी कराने में किया था नामजद

18 जुलाई 2019 को नौचंदी थाने के शास्त्रीनगर स्थित होटल साहिल से पुलिस ने जिस्मफरोशी पकड़ी थी। मौके से चार ग्राहक और दो युवतियों को पकड़ा था। साथ ही होटल के मैनेजर और एक कर्मचारी को भी गिरफ्तार किया था। उस समय होटल स्वामी एवं व्यापारी नेता विनोद अरोड़ा भाग गया था। एएचटीयू ने विनोद अरोड़ा को भी जिस्मफरोशी कराने में नामजद किया था। एएचटीयू थाना प्रभारी ब्रिजेश शर्मा ने बताया कि शनिवार सुबह 11 बजे जैसे ही विनोद अरोड़ा होटल पहुंचे तो एएचटीयू की टीम ने उसे होटल के अंदर से गिरफ्तार कर लिया। हालांकि होटल स्टाफ ने विरोध किया था। समझाने के बाद स्टाफ मान गया था। विनोद अरोड़ा को होटल से एएचटीयू थाने लाया गया, जहां से मेडिकल कराने के बाद उसे कोर्ट में पेश किया। अदालत ने विनोद अरोड़ा को जेल भेज दिया।

सत्ता में पकड़ से डेढ़ साल तक बचता रहा विनोद

व्यापारी नेता विनोद अरोड़ा का सेंट्रल मार्केट में कपड़े का काम है। साथ ही साहिल होटल है। होटल के अंदर वह जिस्मफरोशी कराते थे, जिसके चलते कई बड़े अफसर और नेताओं का वह करीबी बना गया। डेढ़ साल पहले मुकदमा दर्ज होने के बाद भी अफसरों और सत्ता पक्ष के नेताओं के दबाव में पुलिस उस गिरफ्तार नहीं कर रही थी। आरोप पत्र दाखिल करने के बाद कोर्ट से विनोद का वारंट लेने के लिए पुलिस ने अर्जी डाली थी। तभी विनोद ने हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए अर्जी लगाई थी, जो निरस्त हो गई। इसके बाद विनोद ने कोर्ट में सरेंडर की अर्जी डाली, लेकिन इससे पहले ही एएचटीयू की टीम ने विनोद अरोड़ा को गिरफ्तार कर लिया।

सेंट्रल मार्केट बंद का विरोध करने पर व्यापारी हो गए थे खिलाफ

जागृति विहार के अमन जैन हत्याकांड में सेंट्रल मार्केट बंद का विरोध करने पर विनोद अरोड़ा की गिरफ्तारी का प्लान बन गया था। विनोद अरोड़ा बाजार खुलवाने में व्यापारी नेता किशोर वाधवा के साथ मौजूद था। तभी भाजपा नेताओं ने विनोद अरोड़ा पर होटल में जिस्मफरोशी करने के आरोप भी लगाए थे। उसी दिन से व्यापारियों का एक गुट चुपचाप तरीके से विनोद अरोड़ा की गिरफ्तारी का दबाव बना रहा था। यही कारण है कि डेढ़ साल से सोई पुलिस को अचानक ही विनोद अरोड़ा की गिरफ्तारी की याद आ गई।

इनका कहना है...

डेढ़ साल से विनोद अरोड़ा जिस्मफरोशी के मुकदमे में वांछित चल रहा था। पुलिस ने वारंट के लिए अर्जी डाली तो उसने कोर्ट में सरेंडर के लिए अर्जी लगा दी। इसके चलते विनोद की गिरफ्तारी में देरी हुई है। पुलिस ने कर्मचारियों को पहले ही जेल भेज दिया था।

- अजय साहनी, एसएसपी।


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