गोवंश का अवशेष देख ग्रामीणों ने किया हंगामा, जल्द कार्रवाई की मांग Meerut News
मेरठ में गौतस्करी की घटनाए बढ़ती जा रही है। इसी क्रम में दरौला में हुए गौ तस्करी में गांव वालों ने हंगामा किया और जल्द कार्रवाई की मांग की है।
मेरठ, जेएनएन। थाना क्षेत्र सकौती के गांव टांडा में गोतस्करों ने बुधवार रात गोकशी की वारदात को अंजाम दिया। गुरुवार को जब ग्रामीण जंगल में पहुंचे तो गोवंश के अवशेष देख उनके होश उड़ गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने गोवंश के अवशेष गड्ढे में दबवा दिए। उधर, ग्राम प्रधान की तहरीर पर केस दर्ज किया गया है।
टांडा निवासी एक किसान के गोवंशीय पशु अक्सर गांव में घूमते रहते थे। बुधवार दोपहर से वे ग्रामीणों को गांव में नहीं दिखे। गुरुवार सुबह जब गांव निवासी ह्दय प्रकाश मीणा अपने खेत पर पहुंचे तो वहां गोवंश के अवशेष पड़े मिले। सूचना पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। घटनास्थल पर गोवंश का सिर, खुर्र पड़े मिले, जिन्हें देखकर ग्रामीणों ने गोवंश के अवशेष होने की तस्दीक की। पुलिस के सामने ही ग्रामीणों ने विरोध जताते हुए कहा कि 24 घंटे के भीतर आरोपितों को पकड़ा जाए, अन्यथा थाने का घेराव किया जाएगा।
ग्राम प्रधान बाबूराम की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर गोतस्करों की तलाश शुरू कर दी है। इंस्पेक्टर जनक सिंह चौहान का कहना है कि केस दर्ज किया है। आरोपित जल्द पकड़े जाएंगे।
रुहासा के युवकों को जंगल में देखा गया : ग्रामीणों ने इंस्पेक्टर दौराला को बताया कि बुधवार देरशाम कुछ ग्रामीण अपने खेत में पानी दे रहे थे, जहां उन्होंने दो बाइकों से चार युवकों को जाते हुए देखा। उक्त युवक रुहासा गांव के रहने वाले बताए गए हैं। खुफिया विभाग ने भी पुलिस और ग्रामीणों से जानकारी जुटाई है।
पुलिस पर हमले के आरोपित भूमिगत
इनाम की संस्तुति होते ही पुलिस पर हमला करने के आरोपित भूमिगत हो गए। गुरुवार को पुलिस ने धरपकड़ के लिए दबिश दी लेकिन हत्थे नहीं चढ़े। उधर, तीन आरोपितों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया। तेलियो वाले कुएं के पास पशु कटान कर मांस बेच रहे लोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया था। आरोपितों ने पथराव व फायरिंग की थी। तीन आरोपित शाहनजर, फरमान और नौशाद को पकड़ लिया गया था। दानिश, जुनैद समेत पांच आरोपित फरार हो गए थे। सीओ यूएन मिश्र ने इन पर 25-25 हजार रुपये के इनाम की संस्तुति की थी। एसएसपी ने दानिश व जुनैद पर इनाम घोषित कर दिया। इंस्पेक्टर राजेंद्र त्यागी ने बताया कि जल्द गिरफ्तारी होगी।
फर्जी एफडीआर को लेकर इंडियन सिक्योरिटी सर्विस ब्लैक लिस्ट
मेरठ : मैसर्स इंडियन सिक्योरिटी सर्विस मुजफ्फरनगर द्वारा फर्जी एफडीआर जमा कराकर विभाग को वित्तीय हानि पहुंचाने का मामला प्रकाश में आया है। इसका संज्ञान लेते हुए एजेंसी को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है। अधीक्षण अभियंता मुख्यालय पीवीवीएनएल की ओर से कुशल एवं अकुशल श्रमिक और वाहन चालक रखने के लिए निविदा निकाली थी। इसमें प्रोपराइटर रोहित पुत्र राजू मैसर्स इंडियन सिक्योरिटी सर्विस प्लॉट संख्या 33 खालापार ने सबसे कम दर पर निविदा प्राप्त की थी। विभाग ने फर्म को अनुबंध की औपचारिकता पूर्ण करने के लिए निर्देशित किया था। 30 मार्च को दो एफडीआर क्रमश: 3,91,700 एवं 1,65,500 रुपये कार्यालय में जमा की गई। एफडीआर सत्यापन के लिए जब अधिशासी अभियंता मुख्यालय ने बैंक से संपर्क किया तो शाखा प्रबंधक ने दोनों एफडीआर फर्जी होने की पुष्टि की।