हर नेशनल चैंपियनशिप में पदक जीतना इनकी बन चुकी है आदत, मेरठ की विधि का शानदार प्रदर्शन जारी
मेरठ की विधि की आदत नेशनल चैंपियनशिप में अब पदक जीतने की हो चुकी है। मेरठ की विधि नेशनल चैंपियनशिप में कोई न कोई मेडल जरुर जीतती है। विधि के जुनून का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रदर्शन को बेहतर करने के लिए कड़ी मेहनत की।
[अमित तिवारी] मेरठ। तीन साल का प्रशिक्षण, तीन राष्ट्रीय प्रतियोगिता और तीनों में पदक जीतने का सिलसिला मेरठ की एथलीट विधि ने जारी रखा है। खेल के प्रति विधि के जुनून का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने हर प्रतियोगिता में अपने प्रदर्शन को पिछले से बेहतर करने के लिए पूरे साल कड़ी मेहनत की। शाटपुट खिलाड़ी विधि ने प्रदेश स्तरीय तीन एथलेटिक चैंपियनशिप में लगातार तीन स्वर्ण पदक जीतने के बाद राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भी तीन बार में तीन पदक अपने नाम किए हैं। राष्ट्रीय एथलेटिक चैंपियनशिप में पहली प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक, दूसरी में रजत और इसी महीने हुई तीसरी राष्ट्रीय चैंपियनशिप में विधि ने एक बार फिर स्वर्ण पदक जीतकर प्रदेश व मेरठ का नाम रोशन किया है।
साल 2018 में शुरू किया प्रशिक्षण
मेरठ जिले में कलीना के हसनपुर रजपुरा गांव की रहने वाली विधि मेरठ शहर में स्थित कैलाश प्रकाश स्पोट्र्स स्टेडियम में कोच रोबिन सिंह के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं। साल 2018 में प्रशिक्षण शुरू करने के साथ ही विधि ने बहुत तेजी से अपने प्रदर्शन को निखारा और अपने प्रतिद्वंद्वियों में अगली पंक्ति में खड़ी हो गई। पहली ही प्रदेश स्तरीय एथलेटिक चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने के साथ साल 2018 में 34वीं जूनियर नेशनल एथलेटिक चैंपियनशिप रांची में हिस्सा लेने पहुंची। अपने दमदार प्रदर्शन के साथ ही विधि ने नेशनल में शाटपुट में 12.86 मीटर की दूरी नाप कर स्वर्ण पदक जीत लिया। पहला ही सफर कमाल का रहने के बाद विधि के हौसले और भी बुलंद थे। इसके बाद उन्होंने अपने परिश्रम को औ बढ़ा दिया।
फिर जारी रहा पदकों का सिलसिला
पहले राष्ट्रीय एथलेटिक चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतने के बाद विविध ने साल 2019 की भी प्रदेश स्तरीय एथलेटिक चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर नेशनल का टिकट लिया। विजयवाड़ा में हुई 35वीं जूनियर नेशनल एथलेटिक चैंपियनशिप में विधि ने रजत पदक जीता। इस प्रतियोगिता में विधि ने शाटपुट में अपने पिछले प्रदर्शन को पीछे छोड़ते हुए 14.40 मीटर की दूरी नापी और रजत पदक जीतकर लौटीं। साल 2020 कोविड के नाम चढ़ गया और साल 2021 में एक बार फिर विधि ने कौशांबी में हुई प्रदेश स्तरीय एिालेटिक चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता और असम के गुवाहाटी में छह से 10 फरवरी 2021 तक हुई 36वीं जूनियर नेशनल एथलेटिक चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर लौटीं। इस टूर्नामेंट में विधा ने एक बार फिर अपने पिछले प्रदर्शन को पीछे छोड़कर 15.96 मीटर की दूरी नापी और स्वर्ण पदक जीता। हालांकि वह वर्तमान अंडर-18 बालिका वर्ग के नेशनल रिकार्ड 15.59 से थोड़ा ही पीछे रही।
बड़ी बहन से मिली खेल की प्रेरणा
विधि के अनुसार उनकी बड़ी से ही उन्हें खेल में आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली। उनकी बड़ी बहन साधाना धावक हैं और रोहतक में रहकर प्रशिक्षण कर रही हैं। पिता बच्चू सिंह निजी बैंक में कार्यरत हैं। विधि ने साल 2020 की गुवाहाटी में ही आयोजित खेलो इंडिया राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भी हिस्सा लिया था। उस प्रतियोगिता में विधि ने 14.05 मीटर की दूरी नाप कर कांस्य पदक जीता था। हालांकि वह खेलो इंडिया की योजना में शामिल नहीं हो सकी लेकिन अगली प्रतियोगिता में उस कसर को जरूर पूरा करने की कोशिश करेंगी। विधि के अनुसार उनके कोच रोबिन सिंह को उनके प्रदर्शन और मार्गदर्शन में बहुत योगदान है। अब विधि की निगाहें अगली प्रतियोगिता पर टिकी हुई हैं।