'मुस्कुराइए आप नगर निगम में है' शीर्षक के साथ सोशल मीडिया पर कसेरूखेड़ा नाले की गंदगी का वीड़ियो वायरल
मेरठ कसेरूखेड़ा नाला पटरी पर फैले कीचड़ से लोग परेशान। मीनाक्षीपुरम समेत आठ कॉलोनियों का जीना हुआ नरक।
मेरठ, जेएनएन। नगर निगम के नाला सफाई अभियान की पोल खोलते हुए मीनाक्षीपुरम कॉलोनी वासियों ने डिप्टी सीएम डा. दिनेश शर्मा से ट्विटर पर शिकायत की है। कॉलोनी के लोगों ने नाले की पटरी पर पड़ी हुई गंदगी की सिल्ट की वीडियो बनाकर फेसबुक पर अपलोड कर दी। जिसके बाद वह वीड़ियो वायरल हो गई। सोशल मीडिया पर नाला सफाई अभियान की किरकरी हो रही है। लोग तरह-तरह के सवाल उठा रहे हैं। फेसबुक की पोस्ट को तेजी से लोग शेयर कर रहे हैं। मीनाक्षीपुरम निवासी नीरज कौशिक ने फेसबुक पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि पिछले आठ दिनों से नगर निगम नाला सफाई अभियान में जुटा है। लेकिन आठ दिन से अधिक बीत जाने के बावजूद 500 मीटर नाला साफ नहीं हो पाया है। उन्होंने सवाल उठाया कि पूरी पटरी पर सिल्ट की कीचड़ फिसलन के रूप में बिखरी पड़ी है। यदि ऐसी हालत में कोई फिसलकर गिर जाता है या कोई अनहोनी होती है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा।
मीनाक्षीपुरम कॉलोनी के लिए नरक है नाला
कसेरूखेड़ा नाले की गंदगी के कारण मीनाक्षीपुरम कॉलोनी के लोग सर्वाधिक प्रभावित हैं। मीनाक्षीपुरम विकास समिति के अध्यक्ष जेपी गुप्ता का कहना है कि कसेरूखेड़ा नाले की पटरी उनकी कॉलोनी में आने-जाने का मुख्य मार्ग है। लेकिन हालत इतनी खराब है कि किसी को निमंत्रण पर बुलाने के लिए उन्हें रक्षापुरम की तरफ से आने के लिए निवेदन किया जाता है। संगठन मंत्री सलिल मिश्रा ने बताया कि काॅलोनी के एसी, फ्रिज जल्दी खराब हो जाते हैं। एक साल में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण खराब होने लगते हैं। कसेरूखेड़ा नाला कॉलोनीवासियों के लिए नरक से कम नहीं है।
यहां से गुजरते हैं आठ कॉलोनी और पांच गांवों के लोग
मवाना रोड से कसेरूखेड़ा नाला होते हुए मीनाक्षीपुरम कॉलोनी समेत आठ कॉलोनी के लोग यहां से आते-जाते हैं। इसमें आजाद नगर, न्यू मीनाक्षीपुरम, सैनिक कॉलोनी, खटकाना पुल, कसेरूखेड़ा, ऊंचा मोहल्ला व मेन बाजार के लोग शामिल हैं। वहीं, इसके अलावा इस मार्ग से ललसाना, मामेपुर, उल्देपुर व मोदीपुरम जाने का रास्ता भी है।