वेतन न मिलने पर शिक्षकों का ऋषभ एकेडमी में हंगामा
ऋषभ एकेडमी मेरठ में शिक्षकों और प्रबंधन के बीच वेतन को लेकर चल रहा झगड़ा सोमवार को थाने तक पहुंच गया। शिक्षकों ने स्कूल में ताला भी लगा दिया। पुलिस ने शिक्षकों को शांत करने की कोशिश की। विरोध को देखते हुए पुलिस रंजीत जैन को थाने लाई।
मेरठ, जेएनएन। ऋषभ एकेडमी में शिक्षकों और प्रबंधन के बीच वेतन को लेकर चल रहा झगड़ा सोमवार को थाने तक पहुंच गया। शिक्षकों ने स्कूल में ताला भी लगा दिया। वेतन की मांग को लेकर स्कूल पहुंचे शिक्षकों और प्रबंध सचिव रंजीत जैन से खूब कहासुनी हुई। पुलिस ने शिक्षकों को शांत करने की कोशिश की। शिक्षकों के विरोध को देखते हुए पुलिस रंजीत जैन को सदर थाने लाई। यहां पर दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दी। शिक्षिकाओं का आरोप है कि प्रबंध सचिव ने महिला टॉयलेट की ओर कैमरा लगा रखा है। शिक्षिकाओं को ब्लैकमेल भी करते रहते हैं। शिक्षकों का कहना है कि मई महीने से ही स्कूल प्रबंधन ने वेतन नहीं दिया है। बार-बार मांगने पर वेतन का कुछ हिस्सा देने की पेशकश की जाती है। जितनी धनराशि दी जाती है, उससे अधिक पर हस्ताक्षर कराए जाते हैं। शिक्षकों ने नकद के बजाय बैंक में वेतन भेजने की मांग की। स्कूल प्रबंध सचिव रंजीत जैन ने ब्लैकमेल करने के आरोप निराधार बताए। वेतन पर कहा कि लॉकडाउन में फीस न मिल पाने के कारण शिक्षकों को मई और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को जून तक का ही वेतन दिया जा सका है। जैसे-जैसे फीस आ रही है, उसी तरह शिक्षकों को वेतन भी दिया जा रहा है। शिक्षकों को 1992 से ही नगद वेतन मिल रहा है। शिक्षकों के साथ ही कुछ विरोधी प्रबंध समिति के लोग भी कार्यालय में घुसे थे और करीब 50 हजार रुपये और कागजात चोरी कर ले गए हैं। इसकी शिकायत थाने में की गई है। एएसपी कैंट डा. ईरज राजा का कहना है कि वेतन मामले की जांच प्रशासनिक अधिकारी कर रहे हैं और ब्लैकमेल करने की शिकायत की जांच पुलिस कर रही है।