शव नहीं देने पर नर्सिग होम में हंगामा
निजी अस्पताल में इलाज के दौरान किशोर की मौत हो गई।
मेरठ,जेएनएन। निजी अस्पताल में इलाज के दौरान किशोर की मौत हो गई। स्वजन ने लाखों रुपये के बिल में कुछ छूट की मांग की। आरोप है कि प्रबंधन ने पूरा भुगतान करने पर ही शव देने की बात कही। सूचना पर सपा नेता और छात्र पहुंच गए। काफी देर हंगामे के बाद स्वजन को शव सौंपा गया।
कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के न्यू अशोकपुरी निवासी सचिन चौहान के बेटे अंकुश शुगर का मरीज था। तबीयत बिगड़ने पर उसे चार मई की देर रात मिमहेंस हास्पिटल में भर्ती कराया था। स्वजन मोहित ने बताया कि रविवार शाम को उसे डिस्चार्ज करने की बात थी, इसलिए वह रुपयों का इंतजाम कर रहे थे। दोपहर को उनके पास फोन आया कि बच्चे की मौत हो गई है। उन्होंने बताया कि करीब सवा लाख रुपये वह जमा कर चुके थे, जबकि ढाई लाख रुपये का बिल और बना रखा था। उन्होंने बिल में कुछ छूट के लिए कहा तो अभद्रता करते हुए शव नहीं देने की बात कही गई। जानकारी पर सपा नेता विपिन मनोठिया और छात्र नेता विनित चपराणा भी पहुंच गए। इस दौरान जमकर हंगामा हुआ। धरने की बात पर अस्पताल प्रबंधन बैकफुट पर आया गया और शव स्वजन को सौंप दिया। वहीं, स्वजन ने लापरवाही से इलाज करने और महंगी दवाई देने का भी आरोप लगाया। इन्होंने कहा-
अस्पताल के स्टाफ के ऊपर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं। अस्पताल में मरीजों का पूरा ख्याल रखा जाता है। किसी प्रकार की लापरवाही का सवाल ही नहीं उठता। -डा. अरुण शर्मा, मिमहेंस हास्पिटल संचालक।
युवक से तमंचा बरामद, जेल भेजा
: पुलिस ने रविवार को गश्त के दौरान मोहल्ला मुन्नालाल निवासी दिलशाद पुत्र शकीजान से 315 बोर का बरामद किया। इंस्पेक्टर धर्मेंद्र सिंह राठौर ने बताया कि आरोपित को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।