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UP Chunav 2022: मेरठ प्रशासन ने बनाई रणनीति, ताकि कोई भी कानून हाथ में लेने की कोशिश न करें

UP Chunav 2022 मेरठ में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सुरक्षा को लेकर स्थानीय प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। जिले के चप्पे-चप्पे पर तैनात रहेंगे अर्धसैनिक बल के 9000 जवान। कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए सभी जवानों को दो गज दूरी के साथ रखा जाएगा।

By Prem Dutt BhattEdited By: Published: Sun, 09 Jan 2022 09:50 AM (IST)Updated: Sun, 09 Jan 2022 11:58 AM (IST)
UP Chunav 2022: मेरठ प्रशासन ने बनाई रणनीति, ताकि कोई भी कानून हाथ में लेने की कोशिश न करें
एसएसपी ने कई विधानसभा को अतिसंवेदनशील बताकर अर्धसैनिक बल की 90 कंपनी मांगी।

मेरठ,जागरण संवाददाता। UP Chunav 2022 मेरठ में विधानसभा चुनाव के दौरान चप्पे-चप्पे पर अर्धसैनिक बल की तैनाती की जाएगी। कप्तान ने कई विधानसभा को अतिसंवेदनशील बताते हुए अर्धसैनिक बल की 90 कंपनी मांगी है। इनमें 9000 से ज्यादा जवान होंगे। सभी जवानों को पोलिंग सेंटरों पर ही रखा जाएगा। ताकि कोई भी कानून हाथ में लेने की कोशिश न करें। अर्धसैनिक बलों के ठहरने के लिए 25 कालेजों में व्यवस्था की गई है। कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए सभी जवानों को दो गज दूरी के साथ रखा जाएगा। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि चुनाव प्रचार में भी अर्धसैनिक बल लगाकर आदर्श आचार संहिता का पालन कराया जाएगा। बिना अनुमति के कोई भी प्रचार वाहन नहीं चलने दिया जाएगा। अर्धसैनिक बलों के अलावा अन्य जिलों से भी फोर्स आएगी।

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चुनाव के लिए खतरा बने लोगों पर कार्रवाई शुरू

सभी थाना क्षेत्र में चुनाव के मद्देनजर शांतिभंग करने वाले आरोपितों की सूची बना ली गई है। सभी मुचलका पाबंद होंगे। पुलिस ने 200 से ज्यादा लोगों को जिला बदर और इतने ही लोगों को गुंडाएक्ट की कार्रवाई की है। कोतवाली थाना क्षेत्र में जिला बदर होने के बाद भी घर में रहने वाले युवक को जेल भेज दिया है। सभी थाना प्रभारियों को जिला बदर की निगरानी के आदेश दिए गए।

प्रत्याशी-समर्थकों की हर गतिविधि पर नजर रखेंगी एसएसटी-एफएसटी

मेरठ : विधानसभा चुनाव-2022 की घोषणा होते ही जिला पुलिस-प्रशासन भी तैयारी में जुट गया है। शनिवार को पुलिस लाइन में एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने एसएसटी (स्टेटिक सर्विलांस टीम) और एफएसटी (फ्लाइंग स्क्वाड टीम) का गठन किया। साथ ही इनसे जुड़े कर्मियों को प्रशिक्षण भी दिया। विधानसभा चुनाव के लिए पुलिस-प्रशासनिक कर्मचारियों की 25 एसएसटी और 25 एफएसटी टीमें बनाई गई हैं। इन टीमों में प्रशिक्षित सदस्य शामिल होंगे। प्रत्येक विधानसभा में छह से सात टीमों को रखा जाएगा।

रिपोर्ट के आधार पर होगी कार्रवाई

एसएसटी को चिन्हित प्वाइंट दिए जाएंगे, जहां वह वाहनों की चेकिंग करेगी। चुनाव में पार्टी नेताओं के साथ कितने वाहन चल रहे है, चुनावी सभाओं में आदर्श आचार संहिता का पालन किया जा रहा है या नहीं आदि का वीडियो रिकार्ड रखना भी एसएसटी की जिम्मेदारी होगी। इसके अलावा एफएसटी प्रत्याशियों और उनके समर्थकों के वाहनों और प्रत्याशियों की गतिविधियों पर नजर रखकर उनकी वीडियोग्राफी करेगी। आदर्श आचार संहिता का पालन नहीं करने वाले प्रत्याशियों पर इन टीमों की रिपोर्ट के आधार पर ही कार्रवाई की जाएगी। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि एसएसटी और एफएसटी दोनों टीमों में तैनात कर्मचारियों को प्रत्येक सभा और प्रत्याशी के साथ चलने वाले वाहनों की वीडियो बनानी होगी। वाहन चेक करते समय भी वीडियो बनाई जाएगी।


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