UP Board: मेरठ में छात्रों ने खूब मचाया शोर, पर बोर्ड परीक्षा के आवेदन हुए कम
चौंकाने वाली बात यह है कि ऐसे भी छात्र हैं जो पूरे साल न स्कूल गए न ही किसी टेस्ट में शामिल हुए इसलिए भी उनके अंक यूपी बोर्ड को नहीं भेजे जा सके। ऐसे सभी छात्रों के विरोध को देखते हुए इनके लिए परीक्षा कराने का निर्णय लिया है।
मेरठ, जागरण संवाददाता। UP Board उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड की ओर से वर्ष 2021 की 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा में हजारों छात्रों को बिना कोई अंक दिए प्रमोट कर दिया गया है। इनमें मेरठ क्षेत्रीय कार्यालय के अंतर्गत आने वाले चार मंडलों के 17 जिलों में ही 50 हजार से अधिक छात्र-छात्राएं हैं। इनमें अधिकतर वह बच्चे हैं जो किसी एक या दो विषय में फेल हैं।
रिजल्ट ही नहीं बने
कुछ ऐसे भी छात्र हैं जिनके अंक ही स्कूलों की ओर से अपलोड नहीं किया गया जिससे उनके रिजल्ट ही नहीं बने। ऐसे भी छात्र हैं जो पूरे साल न स्कूल गए न ही किसी टेस्ट में शामिल हुए, इसलिए भी उनके अंक यूपी बोर्ड को नहीं भेजे जा सके। ऐसे सभी छात्रों के विरोध को देखते हुए यूपी बोर्ड ने इनके लिए बोर्ड परीक्षा आयोजित कराने का निर्णय लिया है। इन छात्रों को आवेदन करने के लिए 29 अगस्त तक का समय दिया गया लेकिन छात्रों व स्कूलों की ओर से आवेदन बहुत कम ही किए गए हैं। आनलाइन आवेदन की प्रक्रिया फिलहाल बंद हो चुकी है।
कोई निर्णय नहीं लिया गया
क्षेत्रीय बोर्ड कार्यालय पर छात्रों ने बोर्ड परीक्षा दिए बिना ही पुराने अंक देकर उत्तीर्ण करने की मांग करते हुए धरना प्रदर्शन किया लेकिन बोर्ड मुख्यालय की ओर से अभी इस बारे में कोई निर्णय नहीं लिया गया है। परिषद का कहना है कि बिना अंक के छात्रों को उत्तीर्ण करने का कोई आधार नहीं है। वहीं छात्रों का कहना है कि जब वह एक या दो विषय में ही फेल हैं तो उन्हें उन्हीं एक या दो विषयों की परीक्षा देने का अवसर दिया जाना चाहिए। इससे उनकी तैयारी का समय बचेगा और बहुत ज्यादा पढ़ना भी नहीं पड़ेगा। यूपी बोर्ड की ओर से 18 सितंबर से बोर्ड परीक्षा आयोजित करने की तैयारी की जा रही है। छात्रों के आवेदन के अनुसार ही विभिन्न जिलों में परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे।