UP Board Result 2022: इस बार नहीं रुका एक भी रिजल्ट, बोर्ड दफ्तर के कार्यालयों लगाने से बचे छात्र
UP Board Result 2022 इस बार कक्षा 10वीं का 11 सालों व 12वीं का पांच सालों में सबसे अच्छा रहा यूपी बोर्ड का रिजल्ट। सभी के परिणाम घोषित कर दिए इसीलिए इस बार किसी भी परीक्षार्थी को बोर्ड कार्यालयों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।
By Prem Dutt BhattEdited By: Updated: Sun, 19 Jun 2022 10:00 AM (IST)
मेरठ, जागरण संवाददाता। UP Board Result 2022 यूपी बोर्ड के वर्ष 2022 के रिजल्ट में खास बात यह है कि एक भी परीक्षार्थी का रिजल्ट इस बार रुका नहीं है। जितने भी परीक्षार्थी बोर्ड परीक्षा में शामिल हुए हैं और उत्तीर्ण हुए हैं, उन सभी के परीक्षा परिणाम जारी कर दिए गए हैं। इस बार किसी भी परीक्षार्थी को बोर्ड कार्यालयों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।
विभिन्न कारणों से रोके गए थे
करीब पांच-छह साल पहले तक 35 से 40 हजार छात्रों तक के रिजल्ट प्रदेश स्तर पर रुकते थे जिनका निस्तारण रिजल्नहीं रुका एक भी रिजल्ट, चक्कर लगाने से बचे विद्यार्थी के बाद दो से तीन महीने तक चलता रहता था। 2022 में भी करीब तीन हजार रिजल्ट विभिन्न कारणों से रोके गए थे लेकिन इस बार एक भी रिजल्ट नहीं रुका है। यूपी बोर्ड ने शत प्रतिशत रिजल्ट पहली बार जारी किया है।
पिछले 11 सालों में 10वीं का सबसे अच्छा
यूपी बोर्ड का पिछले 11 सालों में कक्षा 10वीं का यह सबसे अच्छा रिजल्ट है। 2022 में यूपी बोर्ड हाईस्कूल का कुल रिजल्ट 88.18 प्रतिशत रहा जो वर्ष 2011 के बाद सबसे अच्छा रिजल्ट है। वहीं कक्षा 12वीं का रिजल्ट भी पिछले पांच सालों में सबसे अच्छा रहा है। 12वीं में इस वर्ष का रिजल्ट 85.33 प्रतिशत रहा जो 2017 से अब तक सबसे अच्छा रहा है। 2016 में यूपी बोर्ड का रिजल्ट 87.99 प्रतिशत था। 2021 में परीक्षा का रिजल्ट प्रतिशत अधिक रहा। इसका कारण बोर्ड परीक्षा न होना और आंतरिक मूल्यांकन में उपस्थित सभी छात्रों को उत्तीर्ण किया जाना रहा। हालांकि 2021 में भी यूपी बोर्ड का रिजल्ट पूरे सौ प्रतिशत नहीं रहा। 2021 में 12वीं का रिजल्ट 97.88 प्रतिशत और 10वीं का रिजल्ट 99.53 प्रतिशत रहा।
उम्रकैद की सजा काट रहे कैदी समेत सात ने की इंटर की परीक्षा पासमेरठ : उम्रकैद की सजा काट रहे कैदी समेत सात ने इंटर की परीक्षा पास की, इनमे से एक बंदी ने रिहा होने के बाद परीक्षा छोड़ दी थी। जिस वजह से वह फेल हो गया। जेलर राजेंद्र सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की इंटरमीडिएट परीक्षा में जिला कारागार से आठ बंदी शामिल हुए थे। जिसमे सात बंदी पास हो गए। परीक्षा छूटने की वजह से एक बंदी पास नहीं हो सका। परीक्षा पास करने वाले बंदियों में दीपक कुमार, सचिन कुमार, ललित त्यागी, जीनू, रिंकू, बलवान सिंह और लवी शामिल रहे। जबकि इस्लामुद्दीन की परीक्षा छूटने की वजह से वह फेल हो गए। इनमे से रिंकू उम्रकैद की सजा काट रहा है। जबकि अन्य आरोपित अन्य मामलों में बंद है।
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