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यूपी बोर्ड परीक्षा : पेपर खोलने का वीडियो विवि के वाट्सएप नंबर पर भेजें Meerut News

विवि की ओर से पांच जिलों को निर्देश जारी हुआ है कि पेपर खोलने का विडियों शासन को जारी की गई वाट्सअप नंबर पर भेजे। साथ ही उसके बाक्‍स नंबर सील नंबर आदि का भी विवरण हो।

By Prem BhattEdited By: Published: Sun, 23 Feb 2020 03:27 PM (IST)Updated: Sun, 23 Feb 2020 03:27 PM (IST)
यूपी बोर्ड परीक्षा : पेपर खोलने का वीडियो विवि के वाट्सएप नंबर पर भेजें Meerut News
यूपी बोर्ड परीक्षा : पेपर खोलने का वीडियो विवि के वाट्सएप नंबर पर भेजें Meerut News

मेरठ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालयों द्वारा आयोजित परीक्षाओं की सुचिता एवं सफल आयोजन के लिए नई व्यवस्था लागू की गई है। अब विवि की मुख्य परीक्षा में इस बार हर दिन हर पाली की परीक्षा के लिए पेपर खोलने का वीडियो परीक्षा केंद्रों को वाट्सएप के जरिए विवि को भेजना होगा। इस बाबत विवि की ओर से नौ जिलों के लिए पांच वाट्सएप नंबर जारी किए गए हैं। इनमें मेरठ व बागपत के लिए एक नंबर, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद व हापुड़ के लिए एक नंबर और मुजफ्फरनगर व शामली के लिए एक नंबर है। अन्य जिलों के लिए अलग नंबर जारी किए गए हैं।

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कॉलेज का नाम व कोड के साथ हो वीडियो

पेपर खोलते समय का सीसीटीवी वीडियो लेने के दौरान कैमरे में काले या सफेद ब्लैक बोर्ड पर कॉलेज का नाम, कॉलेज कोड, पाली, तिथि, उस पाली में हो रही परीक्षा का विषय कोड व शील्ड पैक बॉक्स की संख्या, केंद्र अध्यक्ष का नाम आदि स्पष्ट रूप से बड़े अक्षरों में दर्शाना है और कैमरे में भी दिखना चाहिए। वीडियो के बाद हर कक्ष का सीटिंग प्लान भी भेजेंगे।

फुल एचडी वाले कैमरे हैं अनिवार्य

विवि की ओर से कॉलेजों को चार एमबीपीएस का इंटरनेट कनेक्शन लेने को कहा गया है। स्टेटिक आइपी एड्रेस द्वारा सीसीटीवी व डीवीआर का लिंक मांगा गया है। हर कक्ष में दो एचडी सीसीटीवी कैमरा जिसमें एक वायर रिकॉर्डर के साथ होगा। कॉलेजों को लिंक संबंधी सूचना एवं विवरण में डीवीआर लिंक, कॉलेज कोड, कॉलेज का पूरा नाम, कॉलेज द्वारा अधिकृत व्यक्ति का नाम व फोन नंबर को यूनिवर्सिटी की ई-मेल पर भेजना है।

60 दिनों तक रखें रिकॉर्डिग

परीक्षा के दौरान कॉलेजों को सभी कक्षा, जिनमें परीक्षा हो या न हो, की लाइव फीडिंग को जारी रखना है। कॉलेज के कमरों में लगा कोई भी कैमरा बंद नहीं रखना है। कॉलेजों के कैमरों की लाइव तस्वीर देखने के लिए राउटर भी अनिवार्य रूप से लगा होना चाहिए। सीसीटीवी की रिकॉर्डिग कॉलेजों को कम से कम 60 दिनों तक रखना होगा। जिसे जरूरत पड़ने पर देखा जा सकता है। 


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