केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने कहा, जेएनयू-जामिया के छात्रों को महत्व न दें
जेएनयू-जामिया से ज्यादा छात्र तो मेरठ कॉलेज में मौजूद हैं। मगर जब मेरठ कॉलेज और सीसीएसयू के छात्र नागरिकता संशोधन कानून के पक्ष में प्रदर्शन करते हैं तो उन्हें नहीं दिखाया जाता।
मेरठ, जेएनएन। दिल्ली स्थित जेएनयू और जामिया विवि के छात्रों को अधिक महत्व नहीं देना चाहिए। दोनों विवि के छात्र देश के अन्य कालेज और विवि के छात्रों को रिप्रजेंट नहीं करते। वे कोई नेता नहीं है। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जिस तरह जेएनयू और जामिया विवि के छात्रों ने विरोध किया था, वह पूरी तरह गैरकानूनी है। दोनों विवि से ज्यादा छात्र तो मेरठ कॉलेज में मौजूद हैं। मगर, जब मेरठ कॉलेज और सीसीएसयू के छात्र नागरिकता संशोधन कानून के पक्ष में प्रदर्शन करते हैं तो उन्हें नहीं दिखाया जाता। ये बातें केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने बातचीत के दौरान कहीं।
शुक्रवार को मोदीपुरम हाईवे स्थित दुल्हैड़ा चुंगी के पास वेद एंड संस ऑटोमोबाइल स्वराज ट्रैक्टर के शोरूम पर केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान पहुंचे थे। शोरूम स्वामी ब्रजवीर सिंह उर्फ मुन्नू प्रधान केंद्रीय मंत्री के दोस्त हैं। बातचीत में मंत्री ने कहा कि दिल्ली के शाहीन बाग की भीड़ से ज्यादा दो दिन पूर्व शताब्दीनगर में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की रैली में महिलाओं की संख्या थी। विपक्ष और विरोध करने वालों को नागरिकता संशोधन कानून के बारे में पूरी जानकारी है, मगर विरोध करना उनकी आदत है। देश को बरगलाने का काम खाली हाथ का विपक्ष कर रहा है। मगर, मोदी सरकार में देश तरक्की और उन्नति की राह पर आगे बढ़ चुका है। इस दौरान सहकारी बैंक के चेयरमैन मनिन्दर पाल सिंह, जितेंद्र प्रधान, डॉ.जितेंद्र, निरंकार सिंह, ललित चौहान आदि थे।
जो विरोध कर रहे हैं उन्हें कोई खतरा नहीं
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में जो लोग विरोध कर रहे हैं, उन्हें इस कानून से तो कोई खतरा ही नहीं है। मगर, अपने को आगे दिखाने के लिए वह विरोध करने पर आमादा हैं। सबका साथ, सबका विकास और सबका साथ के आधार पर मोदी-योगी की सरकार काम कर रही है।