मेरठ में भारत बंद बेअसर,छावनी में तब्दील रहा शहर
कई संगठनों के भारत बंद के आह्वान का मेरठ में कोई खास असर नहीं दिखा। प्रशासन ने पहले से ही इससे निपटने के लिए कमर कसी हुई थी। शहर छावनी में तब्दील था।
By Ashu SinghEdited By: Published: Wed, 06 Mar 2019 11:21 AM (IST)Updated: Wed, 06 Mar 2019 11:21 AM (IST)
मेरठ,जेएनएन। सवर्णो को 10 प्रतिशत आरक्षण देने के विरोध और ईवीएम हटाओ-देश बचाओ समेत अन्य मांगों को लेकर विभिन्न संगठनों द्वारा किए गए भारत बंद को लेकर मंगलवार को कमिश्नरी,कलक्टेट और आंबेडकर चौराहा छावनी में तब्दील रहा। अधिकारी सुबह से लेकर शाम तक अपडेट लेते रहे। इस दौरान समिति ने जुलूस भी निकाला। हालांकि शहर में कहीं भी बंद का असर नहीं दिखा।
कई मांगों को लेकर किया बंद का आह्वान
संविधान बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले विभिन्न संगठनों ने अपनी कई मांगों को लेकर मंगलवार को भारत बंद का आह्वान किया था। जिनमें आतंकी हमले में मारे जा रहे जवानों को शहीद का दर्जा देने की मांग,सीआरपीएफ जवानों को पेंशन न दिए जाने व ईवीएम मशीन से निकलने वाली पर्ची की गिनती न किए जाने का विरोध किया है। साथ ही आर्थिक आधार पर सवर्णो को 10 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने,13 प्वाइंट रोस्टर प्रणाली लागू करके एससी-एसटी और ओबीसी को प्रतिनिधित्व विहीन किए जाने,पिछड़ी जाति की जाति आधारित गिनती न कराकर पिछड़ी जाति के लोगों का आरक्षण समाप्त करने एवं बेगुनाह मुस्लिमों को आतंकी बताकर जबरन जेल में डालने का विरोध शामिल है।
कड़ी रही सुरक्षा व्यवस्था
पुलिस-प्रशासन ने गत दो अप्रैल को भारत बंद के दौरान हुई हिंसा की घटना से सबक लेते हुए मंगलवार को प्रस्तावित भारत बंद के मद्देनजर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की। सुबह से ही कमिश्नरी,कलक्टेट एवं आंबेडकर चौराहा,कचहरी पर पुलिस व आरएएफ के जवान तैनात कर दिए गए। दोपहर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच ही संविधान बचाओ संघर्ष समिति ने बैनर के साथ कमिश्नरी से लेकर आंबेडकर चौराहा तक जुलूस निकला। कमिश्नरी पर अपनी मांगों को लेकर अपर नगर मजिस्टेट को ज्ञापन दिया। साथ ही आंबेडकर चौराहा पर डा.आंबेडकर की प्रतिमा पर पहुंचकर अपनी मांगों को लेकर कुछ देर नारेबाजी की। जुलूस में गिनती के ही सदस्य शामिल हुए।
कई मांगों को लेकर किया बंद का आह्वान
संविधान बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले विभिन्न संगठनों ने अपनी कई मांगों को लेकर मंगलवार को भारत बंद का आह्वान किया था। जिनमें आतंकी हमले में मारे जा रहे जवानों को शहीद का दर्जा देने की मांग,सीआरपीएफ जवानों को पेंशन न दिए जाने व ईवीएम मशीन से निकलने वाली पर्ची की गिनती न किए जाने का विरोध किया है। साथ ही आर्थिक आधार पर सवर्णो को 10 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने,13 प्वाइंट रोस्टर प्रणाली लागू करके एससी-एसटी और ओबीसी को प्रतिनिधित्व विहीन किए जाने,पिछड़ी जाति की जाति आधारित गिनती न कराकर पिछड़ी जाति के लोगों का आरक्षण समाप्त करने एवं बेगुनाह मुस्लिमों को आतंकी बताकर जबरन जेल में डालने का विरोध शामिल है।
कड़ी रही सुरक्षा व्यवस्था
पुलिस-प्रशासन ने गत दो अप्रैल को भारत बंद के दौरान हुई हिंसा की घटना से सबक लेते हुए मंगलवार को प्रस्तावित भारत बंद के मद्देनजर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की। सुबह से ही कमिश्नरी,कलक्टेट एवं आंबेडकर चौराहा,कचहरी पर पुलिस व आरएएफ के जवान तैनात कर दिए गए। दोपहर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच ही संविधान बचाओ संघर्ष समिति ने बैनर के साथ कमिश्नरी से लेकर आंबेडकर चौराहा तक जुलूस निकला। कमिश्नरी पर अपनी मांगों को लेकर अपर नगर मजिस्टेट को ज्ञापन दिया। साथ ही आंबेडकर चौराहा पर डा.आंबेडकर की प्रतिमा पर पहुंचकर अपनी मांगों को लेकर कुछ देर नारेबाजी की। जुलूस में गिनती के ही सदस्य शामिल हुए।
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