उम्मीदें 2022 : खुद के प्रयासों से बना रहे एक बूंद एप्लीकेशन, 24 घंटे में करेंगे वाटर लीकेज की शिकायत का समाधान
बूंद फाउंडेशन के संस्थापक रवि कुमार के काम को हाल ही में जलशक्ति मंत्रालय ने सराहा है। जल संरक्षण के लिए जन-जन को जागरूक कर रहे रवि कुमार अपने खर्चे पर कराते हैं वाटर लीकेज ठीक करने का काम। उनको वाटर हीरो अवार्ड प्रदान किया है।
मेरठ, जागरण संवाददाता। जल संरक्षण की दिशा में जागरूकता बढ़ी है। जन-जन को जागरूक करने के लिए मेरठ शहर में कई संस्थाएं काम कर रही हैं। इनमें बूंद फाउंडेशन के संस्थापक रवि कुमार के काम को हाल ही में जलशक्ति मंत्रालय ने सराहा है। उनको वाटर हीरो अवार्ड प्रदान किया है।
फूलबाग कालोनी निवासी रवि कुमार मोबाइल की एक छोटी दुकान चलाते हैं। खुद के खर्चे पर प्लंबर रखा हुआ है। जिसे भेजकर वाटर लीकेज ठीक कराते हैं। रवि कुमार ने बताया कि साल 2021 में शहर में करीब 400 से ज्यादा पानी की लाइन की लीकेज सही कराने का काम किया। 100 से ज्यादा ऐसे पानी के कनेक्शन बंद कराए जो उपयोग में नहीं लाए जा रहे थे। लेकिन इनसे पानी की बर्बादी रोजाना होती थी। लोगों की शिकायत पर 2021 में लगभग 700 से ज्यादा टोंटी लगवायीं और पांच वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम स्थापित करने में मदद की। जल संरक्षण के लिए 2022 में कई नए कदम उठा रहे हैं। सबसे अधिक परेशानी ये है कि अगर कहीं पर वाटर लीकेज है और पेयजल सड़क पर बह रहा है तो उसकी सूचना लोग किस माध्यम से त्वरित दें। इसे ध्यान रखते हुए एक बूंद नाम से संस्था मोबाइल एप्लीकेशन तैयार करा रही है। जिस पर लोग अपनी शिकायत फोटो व लोकेशन के साथ भेज सकेंगे। बूंद फाउंडेशन की टीम उन शिकायतों का समाधान 24 घंटे के भीतर कराएगी। बारिश के जल को संजोने के लिए रैन वाटर हार्वेङ्क्षस्टग सिस्टम पार्को में लगवाएंगे। इसके साथ ही जल संरक्षण के लिए बेकार पड़े हैंडपंप की बोरिंग को रैन वाटर हार्वेस्टिंग पिट के रूप में विकसित करने के लिए नगर निगम और जलकल को पत्र लिखेंगे। जनता का सहयोग भी लेंगे।
पानी की बर्बादी रोकने बने ठोस रणनीति
जल संरक्षण की दिशा में नगर निगम, जलकल, जल निगम और एमडीए को कार्ययोजना बनाकर काम करने की जरूरत है। बेकार हैंडपंप की बोरिंग पर रैन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम स्थापित किए जाएं। पार्क के पानी को पिट बनाकर संरक्षित किया जाए। शहर में चल रहे धुलाई सेंटरों पर पानी की बर्बादी रोकने के लिए ठोस रणनीति बने। डिवाइडर पर लगे पौधों व पार्क की सिंचाई के लिए, सड़कों पर पानी के छिड़काव में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से शोधित पानी के उपयोग को बढ़ावा दिया जाए। पानी की बर्बादी रोकने की शुरुआत हम अपने घर से करेंगे।
- मुकुल रस्तोगी, स्पोट्र्स कांपलेक्स, दिल्ली रोड।