चार दिन में चले गए दो भाई, आंसुओं में डूबा हुसैन परिवार
मेरठ जेएनएन। कोरोना ने ऐसे जख्म दिए हैं जिनसे उबरने में शायद जीवन ही बीत जाए। एक परिवार
मेरठ, जेएनएन। कोरोना ने ऐसे जख्म दिए हैं, जिनसे उबरने में शायद जीवन ही बीत जाए। एक परिवार पर कोरोना का ऐसा कहर टूटा कि दो भाई मात्र चार दिन में दुनिया को अलविदा कह गए। हालांकि, स्वजन ने उन्हें बचाने के हरसंभव जतन किए लेकिन कुदरत को शायद कुछ और ही मंजूर था। परिवार और मोहल्ले के लोग इस अनहोनी से गमजदा हैं।
शास्त्रीनगर सेक्टर-10 निवासी नगर निगम से सेवानिवृत्त वकार हुसैन जैदी के बड़े बेटे रजा हुसैन जैदी दिल्ली की निजी कंपनी में कार्यरत थे। कुछ दिन पहले अचानक तबीयत खराब हुई। जांच में वह कोरोना संक्रमित मिले तो आनंद अस्पताल में भर्ती करा दिया।
इस बीच रजा के छोटे भाई शुजा हुसैन जैदी की तबीयत भी खराब हो गई। शुजा भी दिल्ली की निजी कंपनी में इंजीनियर थे। उन्हें भी आनंद अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल में दोनों भाइयों का उपचार चलता रहा और स्वजन उनकी सलामती की दुआ मांगते रहे।
उपचार के दौरान 22 मई को रजा हुसैन की मौत हो गई। अभी परिवार वाले इस सदमे से उबर भी नहीं सके थे कि 26 मई को शुजा हुसैन ने भी उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। दो जवान भाइयों की मौत ने पूरे परिवार को तोड़ दिया। छोटे भाई मुर्तजा हुसैन जैदी ने बजाया कि दोनों बड़े भाइयों में बहुत प्रेम था। दोनों ने निजी कंपनियों में नौकरी कर परिवार को संभाला। रजा मुर्ताजा की शादी हो चुकी है और वह पांच माह की बेटी के पिता भी बन चुके थे। शुजा के निकाह के लिए लड़की की तलाश की जा रही थी।
बता दें कि पिछले दिनों मेरठ में ही 24 वर्षीय जुड़वा भाइयों की भी एक दिन के अंतराल पर ही कोरोना से मृत्यु हो गई थी।