30 लाख के गांजा के साथ रिटायर्ड फौजी समेत दो गिरफ्तार
ओडिशा से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गांजा सप्लाई करने आए रिटायर्ड फौजी को दो साथी समेत दौराला पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पकड़े जाने के डर से आरोपित फौज की वर्दी पहन लेता था।
By Taruna TayalEdited By: Published: Thu, 25 Apr 2019 05:08 PM (IST)Updated: Thu, 25 Apr 2019 05:08 PM (IST)
मेरठ, जेएनएन। ओडिशा से पश्चिमी उप्र में गांजा सप्लाई करने आए सेवानिवृत्त फौजी समेत दो आरोपितों को दौराला पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से दो कुंतल गांजा बरामद किया गया है, जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार 30 लाख रुपये से अधिक बताई गई है।
एसएसपी ने किया तस्करी का राजफाश
गुरुवार को पुलिस लाइन में प्रेस कांफ्रेंस कर एसएसपी नितिन तिवारी ने तस्करी का राजफाश किया। उन्होंने बताया कि दौराला थाना प्रभारी रितेश कुमार टीम के साथ सकौती रेलवे स्टेशन के सामने एनएच-58 पर चेकिंग कर रहे थे। मुखबिर की सूचना पर उन्होंने रेलवे स्टेशन के बाहर बाबूजी शाहू पुत्र गोपीनाथ शाहू निवासी मेन रोड कुकड़ा खंडी थाना सदर ब्रह्मपुर जिला गंजाम (ओडिशा) व योगेश कुमार पुत्र स्व. जीराज निवासी प्रकाश नगर लाइन पार थाना मझौला (मुरादाबाद) को गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से 200 किग्रा गांजा बरामद किया गया, जो सूटकेश, बैग, बोरा, बक्शा व बिस्तर बंद आदि में भर रखा था। एसएसपी के मुताबिक, पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वह ओडिशा से गांजा तस्करी कर दिल्ली, मेरठ आदि स्थानों पर बेचते हैं। फिलहाल वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बिक्री करने आए थे।
खुद को बताता था नायब सूबेदार
आरोपित बाबूजी शाहू सेना में 16 साल की सेवा के बाद सेवानिवृत्त हो गया था। लगभग नौ सात से वह गांजा तस्करी कर रहा है। वह पुलिस के डर से कई बार फौजी की वर्दी पहन लेता था। उसके सूटकेस, बक्शे पर भी सेना के चिह्न मिले हैं। यदि कभी चेकिंग में फंस जाता था तो खुद को नायब सूबेदार (ईएमई) जीएस राना बताकर बच जाता था।
ठिकानों पर ताबड़तोड़ दबिश
प्रेस वार्ता में मौजूद एसपी देहात अविनाश पांडेय ने बताया कि आरोपितों के ठिकानों पर ताबड़तोड़ दबिश दी जा रही है। देशभर में इनके कहां-कहां ठिकाने हैं और कितने लोग इसमें सक्रिय हैं। यहां वह किन लोगों को सप्लाई करने आए थे आदि तथ्यों पर जांच की जा रही है।
एसएसपी ने किया तस्करी का राजफाश
गुरुवार को पुलिस लाइन में प्रेस कांफ्रेंस कर एसएसपी नितिन तिवारी ने तस्करी का राजफाश किया। उन्होंने बताया कि दौराला थाना प्रभारी रितेश कुमार टीम के साथ सकौती रेलवे स्टेशन के सामने एनएच-58 पर चेकिंग कर रहे थे। मुखबिर की सूचना पर उन्होंने रेलवे स्टेशन के बाहर बाबूजी शाहू पुत्र गोपीनाथ शाहू निवासी मेन रोड कुकड़ा खंडी थाना सदर ब्रह्मपुर जिला गंजाम (ओडिशा) व योगेश कुमार पुत्र स्व. जीराज निवासी प्रकाश नगर लाइन पार थाना मझौला (मुरादाबाद) को गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से 200 किग्रा गांजा बरामद किया गया, जो सूटकेश, बैग, बोरा, बक्शा व बिस्तर बंद आदि में भर रखा था। एसएसपी के मुताबिक, पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वह ओडिशा से गांजा तस्करी कर दिल्ली, मेरठ आदि स्थानों पर बेचते हैं। फिलहाल वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बिक्री करने आए थे।
खुद को बताता था नायब सूबेदार
आरोपित बाबूजी शाहू सेना में 16 साल की सेवा के बाद सेवानिवृत्त हो गया था। लगभग नौ सात से वह गांजा तस्करी कर रहा है। वह पुलिस के डर से कई बार फौजी की वर्दी पहन लेता था। उसके सूटकेस, बक्शे पर भी सेना के चिह्न मिले हैं। यदि कभी चेकिंग में फंस जाता था तो खुद को नायब सूबेदार (ईएमई) जीएस राना बताकर बच जाता था।
ठिकानों पर ताबड़तोड़ दबिश
प्रेस वार्ता में मौजूद एसपी देहात अविनाश पांडेय ने बताया कि आरोपितों के ठिकानों पर ताबड़तोड़ दबिश दी जा रही है। देशभर में इनके कहां-कहां ठिकाने हैं और कितने लोग इसमें सक्रिय हैं। यहां वह किन लोगों को सप्लाई करने आए थे आदि तथ्यों पर जांच की जा रही है।
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