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वृद्धजनों को पेंशन का मामला, 300 की इमदाद..उस पर भी अड़ंगा Meerut News

अफसरों को बुजुर्गो की परवाह नहीं है। सरकार वृद्धजनों को पेंशन के रूप में कुछ राशि उनके खाते में भेजती है लेकिन अजीब बात यह है कि इनमें अधिकारी ही बाधा बने हैं।

By Prem BhattEdited By: Published: Mon, 13 Jan 2020 03:09 PM (IST)Updated: Mon, 13 Jan 2020 03:09 PM (IST)
वृद्धजनों को पेंशन का मामला, 300 की इमदाद..उस पर भी अड़ंगा Meerut News
वृद्धजनों को पेंशन का मामला, 300 की इमदाद..उस पर भी अड़ंगा Meerut News

मेरठ, [अनुज शर्मा]। केंद्र और प्रदेश सरकार बुजुर्गो के सम्मान और उनकी देखरेख के लिए गंभीर हैं, लेकिन अफसरों को बुजुर्गो की परवाह नहीं है। सरकार वृद्धजनों को पेंशन के रूप में कुछ राशि उनके खाते में भेजती है, लेकिन इनमें अधिकारी ही बाधा बने हैं। मेरठ शहर समेत जनपद में 2000 से ज्यादा वृद्धजनों के आवेदन लंबित हैं। बुजुर्ग चक्कर लगा रहे हैं। वरिष्ठ अधिकारी भी इन लापरवाह अफसरों के अधीनस्थों के कान नहीं खींचते।

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सरकार फिक्रमंद, अफसर लापरवाह

भारतीय संस्कृति बुजुर्गो का सम्मान करने और उनकी देखभाल करने के लिए प्रेरित करती है। केंद्र और प्रदेश सरकार इसका पालन भी कर रही हैं। आर्थिक रूप से कमजोर वृद्धजनों को आर्थिक सहायता प्रदान करती है। पेंशन के रूप में कुछ राशि उनके खातों में भेजी जाती है, लेकिन अधिकारी इसमें बाधा बन गए हैं। वे बुजुर्गो के पेंशन के आवेदनों का न तो सत्यापन कर रहे हैं और न ही उन्हें आगे बढ़ा रहे हैं।

वृद्धावस्था पेंशन का हाल

2020 आवेदन एसीएम, एसडीएम और बीडीओ के पास: मेरठ शहर में नगर मजिस्ट्रेट और एसीएम के स्तर पर 888 आवेदन लंबित हैं। नगर पालिका और कस्बों के आवेदन तहसीलों में फंसे हैं। मवाना में 734, सरधना में 161, सदर में 99 आवेदन लंबित हैं। 12 ब्लाकों पर 138 आवेदनों को रिपोर्ट का इंतजार है।

अफसरों के बहाने हजार, बुजुर्गो को इंतजार

वृद्धावस्था पेंशन के लिए आवेदन ऐसे बुजुर्ग करते हैं जिनके पास आय का कोई अन्य साधन नहीं होता। वे ऑफिसों के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन कोई उनकी बात सुनने को तैयार नहीं है।

300 रुपये की इमदाद

60 से 79 वर्ष आयु के वृद्धजनों को 300 रुपये मासिक इमदाद दी जाती है। इसमें 200 रुपये केंद्रांश तथा 100 रुपये राज्यांश होता है। 80 वर्ष से अधिक आयु के वृद्धजनों को 600 रुपये पेंशन मिलती है। जिसमें केंद्रांश 500 रुपये है।

इनका कहना है

पेंशन आवेदन के सत्यापन की 45 दिन की प्रक्रिया है। आवेदन ब्लाक पर कम तहसील पर ज्यादा लंबित हैं। लेखपालों की हड़ताल भी इसका कारण रही। अब हम साप्ताहिक समीक्षा कर रहे हैं। जनवरी अंत तक सभी लंबित आवेदन निस्तारित करा दिए जाएंगे।

- ईशा दुहन, मुख्य विकास अधिकारी


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