Tribute to Martyr Prashant: मुजफ्फरनगर में प्रशांत को श्रद्धांजलि, शहीद के नाम पर बनेगा पुल
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से लोहा लेते शहीद हुए थे प्रशांत शर्मा। उपमुख्यमंत्री ने काली नदी पर बने नवनिर्मित पुल को दी स्वीकृति।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में शहीद हुए जनपद के लाल प्रशांत शर्मा की शोक सभा में गणमान्य लोगों ने श्रद्धासुमन अर्पित किए। राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से शामली रोड पर्दाफाश पुल का नाम शहीद प्रशांत शर्मा ब्रिज रखे जाने की मांग की, जिस पर उन्होंने स्वीकृति प्रदान की।
आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद
29 अगस्त को बुढ़ाना मोड़ निवासी सेवानिवृत्त फौजी शीशपाल शर्मा के पुत्र प्रशांत शर्मा पुलवामा में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए थे। बुधवार को उनके निवास स्थान पर श्रद्धांजलि सभा हुई। पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की ओर से भेजे शोक संदेश को पढ़ा। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत ने कहा कि बुढ़ाना मोड़ पर उनकी प्रतिमा बनाई जानी चाहिए, ताकि युवा देशभक्ति के प्रति प्रेरित हों। पुरकाजी विधायक प्रमोद ऊटवाल ने कहा कि प्रशांत शर्मा ने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी है। वह युगों-युगों तक याद किए जाएंगे। वहीं बैंक अधिकारियों ने शहीद के घर पहुंचकर सेना की ओर से जारी किया गया चेक सौंपा।
शहीद के नाम पर पुल की स्वीकृति
प्रशांत शर्मा वर्ष 2017 में सेना में भर्ती हुए थे और मात्र 22 साल के थे। उनकी शहादत पर प्रदेश सरकार ने 50 लाख रुपये, परिवार के एक सदस्य को नौकरी और एक मार्ग का नाम शहीद के नाम पर रखने की घोषणा की थी। कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि शहीद के नाम पर पर्दाफाश पुल का नामकरण होने से जवान की शौर्यगाथा याद रहेगी।
7.15 करोड़ में बना है पुल
काली नदी पर स्थित इस पुल का निर्माण कार्य बीते दिनों ही पूरा हुआ था। एक साल पूर्व पुल के क्षतिग्रस्त होने पर राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल के प्रस्ताव पर इसका निर्माण हुआ था। 300 मीटर लंबे पुल निर्माण में 7.15 करोड़ रुपये खर्च आया था।