Top Meerut News of the day, 11th November 2019: हादसे में चार की मौत, गुलावठी के सात लोगों की मौत, गोली लगने से सिपाही की मौत, मेरठ में भाजपा सांसद साक्षी महाराज
बुलंदशहर सिकंदराबाद कोतवाली क्षेत्र में गुलावठी मार्ग पर रविवार की देर रात तेज रफ्तार कार चलते ट्रक के पीछे घुस गई। हादसे में कार सवार चार युवकों की मौत हो गई।
मेरठ, जेएनएन। सिकंदराबाद कोतवाली क्षेत्र में गुलावठी मार्ग पर रविवार की देर रात तेज रफ्तार कार चलते ट्रक के पीछे घुस गई। वहीं गुलावठी थाना क्षेत्र के गांव मीठेपुर निवासी एक ही परिवार के सात लोगों की सड़क हादसे में मौत हो गई। दूसरी ओर बुलंदशहर नगर कोतवाली में तैनात एक सिपाही की संदिग्ध हालत में गोली लगने से मौत हो गई। अयोध्या पर फैसला आने के बाद पहली बार मेरठ आए उन्नाव के भाजपा सांसद साक्षी महाराज।
ट्रक में घुसी कार, चार की मौत, एक घायल
बुलंदशहर सिकंदराबाद कोतवाली क्षेत्र में गुलावठी मार्ग पर रविवार की देर रात तेज रफ्तार कार चलते ट्रक के पीछे घुस गई। हादसे में कार सवार चार युवकों की मौत हो गई। मरने वाले गौतमबुद्धनगर जिले के दादरी थाना क्षेत्र के गांव लोहारली निवासी पंकज, रामकुमार, राहुल और सुभबर हैं। मनीष भाटी गंभीर रूप से घायल हो गया। सड़क पर ब्रेकर के चलते ट्रक चालक ने जैसे ही स्पीड धीमी की तो कार ट्रक के पीछे जा घुसी।
गुलावठी के सात लोगों की मौत
बुलंदशहर गुलावठी थाना क्षेत्र के गांव मीठेपुर निवासी एक ही परिवार के सात लोगों की गौतमबुद्धनगर के कासना थाना क्षेत्र में सड़क हादसे में मौत हो गई। गांव का ये परिवार फरीदाबाद के बल्लभगढ़ में भांजी की शादी में भात देकर लौट रहा था।
सिपाही के सिर में गोली लगा शव मिला
बुलंदशहर नगर कोतवाली में तैनात एक सिपाही की संदिग्ध हालत में गोली लगने से मौत हो गई। कोतवाली से करीब 200 मीटर दूर सिपाही शेर ङ्क्षसह धामा अपने फुफेरे भाई विपुल उर्फ दीपू के साथ आवास पर सोए थे। सुबह सिपाही के सिर में गोली लगा शव उसके कमरे में मिला। शेर सिंह बागपत के खेकड़ा के रहने वाले थे।
गद्दारी की बातें न करें ओवैसी : साक्षी महाराज
अयोध्या पर फैसला आने के बाद पहली बार मेरठ आए उन्नाव के भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने कहा किजो लोग सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को हरहाल में स्वीकार करने की बात करते थे, आज वही सवाल उठा रहे हैं। हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी को चेताया कि वह गद्दारी की बातें न करें। कहा कि जब अनुच्छेद 370 हटाया गया था तब भी हैदराबाद की चाल उल्टी थी। आज जब अयोध्या का निर्णय आया है तब भी वहां का यही हाल है। सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर किसी को टीका टिप्पणी का कोई हक नहीं है।