Move to Jagran APP

संगीनों के साये में हुई जुमे की नमाज, पुलिस और प्रशासन ने बरती पूरी सतर्कता Meerut News

नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में वेस्‍ट यूपी में 20 दिसंबर को हुई हिंसा और बवाल की घटना के बाद प्रशासन और पुलिस आज शुक्रवार की नमाज को लेकर बेहद सतर्कता बरत रहे हैं।

By Prem BhattEdited By: Published: Fri, 03 Jan 2020 10:43 AM (IST)Updated: Fri, 03 Jan 2020 03:06 PM (IST)
संगीनों के साये में हुई जुमे की नमाज, पुलिस और प्रशासन ने बरती पूरी सतर्कता Meerut News
संगीनों के साये में हुई जुमे की नमाज, पुलिस और प्रशासन ने बरती पूरी सतर्कता Meerut News

मेरठ, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में वेस्‍ट यूपी में 20 दिसंबर को हुई हिंसा और बवाल की घटना के बाद प्रशासन और पुलिस ने शुक्रवार की नमाज को लेकर बेहद सतर्कता बरती, इसी का परिणाम रहा कि आज मेरठ, बुलंदशहर, बिजनौर, सहारनपुर, बागपत, शामली और मुजफ्फरनगर में जुमे की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से संपन्‍न हो गई। इस दौरान हर जिले में वरिष्‍ठ अफसरों ने पैदल मार्च निकालकर सुरक्षा की भावना का अहसास कराया। हर ओर कड़ी सुरक्षा व्‍यवस्‍था रखी गई।

loksabha election banner

बुलंदशहर में डीएम एसएसपी रहे गश्‍त पर

बुलंदशहर में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर शुक्रवार को जुमे की नमाज सकुशल निपट गई। हालांकि अफसर इस दौरान अलर्ट पर रहे। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार और एसएसपी संतोष कुमार सिंह लगातार गश्त करते रहे। इसके अलावा शहर में एसपी सिटी अतुल कुमार श्रीवास्तव और सीओ सिटी राघवेंद्र मिश्र शहर में पैदल मार्च करते रहे।  गौरतलब है कि 20 दिसंबर को जुमे की नमाज के बाद शहर कोतवाली क्षेत्र के ऊपर कोट मोहल्ले में बवाल हो गया था। बवाल के दौरान पुलिस की एक जीप फूंक दी गई थी और करीब डेढ़ घंटे पुलिस और उपद्रवियों के बीच गोलीबारी एवं पथराव हुआ था।

कहीं कोई टिप्‍पणी नहीं

इस तरह की घटना दोबारा नहीं हो, इसलिए गुरुवार को ही डीएम और एसएसपी ने सुरक्षा का खाका तैयार कर लिया था। शुक्रवार को सुबह सात बजे डीएम और एसएसपी सिकंदराबाद खुर्जा गुलावठी पहुंचे। सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। इसके बाद वह शहर में आए और नमाज संपन्न होने के बाद तक शहर में ही घूमते रहे। इस दौरान शहर में हर मस्जिद पर फोर्स लगाया गया। खुफिया विभाग को हर मस्जिद के अंदर की बात लेने के लिए लगाया गया था। हालांकि किसी भी मस्जिद में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर कोई भी टिप्पणी नहीं हुई। एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया जिले में सकुशल नमाज संपन्न हुई है और हर अधिकारी अपनी ड्यूटी पर मुस्तैद रहा।

कोई ढील नहीं बरती

हालांकि अगले ही सप्ताह 27 दिसंबर को जुमे की नमाज के दौरान नजारा उलट था। सभी स्थानों पर सांप्रदायिक सौहार्द का भाव दिखा और मुस्लिम समाज के लोगों ने अफसरों और पुलिस को फूल भेंट किए थे। इसके बावजूद जिला प्रशासन और पुलिस कोई ढील देने के पक्ष में नहीं है। आज भी शहर में सभी संवेदनशील स्थानों के साथ साथ शहर को पांच जोन और 15 सेक्टरों में विभाजित करके मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया है। सभी मस्जिदों और प्रमुख स्थानों पर पुलिस बल भी पूर्व की भांति तैनात रहेगा।

वो भयानक 20 दिसंबर

प्रशासन और पुलिस अफसरों का कहना है कि 20 दिसंबर के घोषित विरोध प्रदर्शन से पहले मुस्लिम समाज के जिम्मेदार लोगों ने उन्हें केवल शांतिपूर्ण रूप से जुलूस निकालकर ज्ञापन सौंपने का वादा किया था। जो कि पूरा नहीं किया गया। जमकर बवाल और हिंसा की गई। हालांकि उसके दोषियों को चिन्हित करके कार्रवाई की जा रही है लेकिन प्रशासन और पुलिस अधिकारी अब जल्द किसी वादे पर विश्वास करने की स्थिति में नहीं है।

पिछले शुक्रवार को रही थी शांति

27 दिसंबर को भी जुमा था। प्रशासन और पुलिस दोनों सतर्क थे। पुलिस बल भी तैनात था। लेकिन उस दिन सब कुछ शांत रहा। शांतिपूर्ण ढंग से जुमे की नमाज पढ़ी गई और मुस्लिम समाज के लोगों ने अधिकारियों को फूल देकर स्वागत भी किया। इसके बावजूद पुलिस और प्रशासन शुक्रवार के दिन कोई ढिलाई बरतने के पक्ष में नहीं है।

पांच जोन और 15 सेक्‍टर में बंटा था शहर

आज जुमे की नमाज के लिए फिर से पुराने शुक्रवार की भांति शहर को पांच जोन और 15 सेक्टरों में बांटकर मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारियों की तैनाती की गई थी। संवेदनशील स्थानों पर पुलिस फोर्स भी पूर्व की भांति तैनात की गई थी। जिलाधिकारी अनिल ढींगरा ने बताया कि हालांकि अब हालात बिल्कुल सामान्य हैं लेकिन एहतियात के तौर पर सभी व्यवस्थाएं यथावत रखी गई हैं। मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारी अपने सामने ही जुमे की नमाज पढ़वाएंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.