Ayodhya dispute : पुलिस की सोशल मीडिया लैब अपडेट, निगरानी को दो टीम तैनात Meerut News
अयोध्या पर आने वाले फैसले के मद्देनजर शहर में सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद कर दी गई है। जोन के नौ जनपदों के मोबाइल नंबरों पर चल रहे संदिग्ध नंबरों के वाट्सएप की निगरानी शुरू कर दी
मेरठ, जेएनएन। Ayodhya dispute अयोध्या निर्णय को लेकर पुलिस और प्रशासनिक मशीनरी ने कड़े बंदोबस्त कर लिए है। सोशल मीडिया की निगरानी के लिए आइजी ऑफिस में लगी साइबर लैब को अपडेट कर दो टीमें निगरानी के लिए लगा दी है। जोन के नौ जनपदों के मोबाइल नंबरों पर चल रहे संदिग्ध नंबरों के वाट्सएप की निगरानी शुरू कर दी। साथ ही हापुड़ अड्डे पर ड्रोन उड़ाने के बाद छतों की निगरानी की जा रही है, जिन मकान की छतों पर पत्थर और ईंट मिलेगी। उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
सोशल मीडिया लैब अपडेट
आइजी आलोक सिंह ने बताया कि अयोध्या निर्णय से पहले ऑफिस में लगी सोशल मीडिया लैब अपडेट कर दी गई है। पुलिस की दो टीमें लगाकर मेरठ और सहारनपुर रेंज में पड़ने वाले नौ जनपदों की निगरानी की जा रही है। सभी ऐसे नंबर देखे जा रहे है, जिन पर ज्यादा मैसेज चलते है। आइजी ने बताया कि ऐसे संदिग्ध 3200 नंबरों की सूची तैयार की गई है। इनमें ज्यादातर ग्रुप वाले नंबर रखे गए है। यदि ग्रुप पर मैसेज सौहार्द बिगाड़ने वाला मैसेज वायरल हुआ तो एडमिन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
पुलिस की टीम ने उड़ाया ड्रोन
आइजी ने बताया कि शहर की सभी बंद स्ट्रीट लाइट के संचालन का आदेश दिया है। ताकि रात में कहीं भी अंधेरा न मिले। उधर, एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने हापुड़ अड्डे समेत शहर के विभिन्न क्षेत्रों में यातायात पुलिस की टीम लगाकर ड्रोन उड़ाया। तीन मोहल्लों के करीब दो हजार से ज्यादा मकानों की छत को चेक किया गया। अभी तक किसी मकान की छत पर पत्थर या ईंट नहीं मिली है। पुलिस जांच कर रही है कि ईंट या पत्थर जिस मकान के ऊपर मिलेंगे। उक्त सभी मकानों स्वामी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
खुफिया विभाग हुआ अलर्ट
सोमवार की देर रात कप्तान ने खुफिया विभाग की मीटिंग की। सभी को अलर्ट रखने के आदेश दिए। पल-पल की जानकारी खुफिया विभाग से ली जा रही है। शहर के लोगों के मूड के बारे में भी जानकारी ली जा रही है। शहर के अतिसंवेदनशील मोहल्ले और गांवों को चिन्हित कर उन पर निगरानी बैठा दी है। अराजक तत्वों के खिलाफ शांतिभंग में कार्रवाई की जा रही है। एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि पुलिस की ड्यूटी फिक्स पर अवकाश पर रोक लगा दी है।
जो भी आएगा फैसला, करेंगे सम्मान
मंडलायुक्त, एडीजी, डीएम, एसएसपी की मौजूदगी में धर्मगुरु, समाज के प्रमुख लोगों, व्यापारी नेताओं व राजनीतिक दलों से जुड़े लोगों ने कहा कि फैसला कैसा भी आए, वे उसका सम्मान करेंगे। शहर का माहौल खराब नहीं होने देंगे। अयोध्या प्रकरण के फैसले से पूर्व विकास भवन में मंगलवार को मंडलायुक्त अनीता सी मेश्राम की अध्यक्षता में कानून एवं शांति व्यवस्था को लेकर बैठक की गई। मंडलायुक्त ने कहा कि सांप्रदायिक सौहार्द व आपसी भाईचारा कायम रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। मेरठ में करीब एक लाख करोड़ रुपये के विकास के प्रोजेक्ट पाइपलाइन में हैं। इस गति को रुकने नहीं देना है। यह प्रण लें कि जिले का माहौल किसी भी कीमत पर नहीं बिगड़ने देंगे। पुलिस महानिरीक्षक आलोक सिंह ने कहा कि पिछले 20 सालों से मेरठ में कोई ऐसी घटना नहीं हुई जिससे जिले का माहौल खराब हुआ हो। प्रण लें कि जिले का माहौल खराब नहीं होने देंगे।
कानून सर्वोपरि
वहीं जिलाधिकारी अनिल ढींगरा ने कहा कि कानून सर्वोपरि है। उच्चतम न्यायालय का जो भी फैसला आता है वह सहर्ष स्वीकार किया जाना चाहिए। सभी लोग प्रण लें कि भाईचारे की मिसाल कायम करेंगे। मासूम अजहर, विजय आनंद, दीपक शर्मा, अकरम गाजी, धर्मेंद्र तोमर, साजिद, पंकज जैन, यूसुफ कुरैशी, सरदार दलजीत सिंह, ऐनुद्दीन शाह, गोपाल, अय्यूब कालिया, सुनील चड्ढा, समर कुरैशी, कमल ठाकुर, रैनुद्दीन, मनोज शास्त्री, सूर्य देव त्यागी, नसीमा खान, नरेंद्र राष्ट्रवादी आदि ने भी विचार रखे।
सोशल मीडिया पर नजर
एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि जिला स्तर पर वाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं, जिसमें अफवाह फैलाने वालों व असामाजिक तत्वों के बारे में सूचनाएं दी जा सकती हैं। निर्णय जो भी आए या किसी के भी पक्ष में आए जुलूस पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। पांच साइबर सेल बनाए गए हैं जो सोशल मीडिया पर नजर रखे हुए हैं। जिले में 163 संवेदनशील स्थान चिह्न्ति किए गए हैं। 190 व्यक्तियों को भी चिह्न्ति किया गया है जिनपर नजर रखी जा रही है।
जनपद में सुरक्षा को लगाई फोर्स
02 मीटिंग पुलिस लाइन में दोनों संप्रदाय के लोगों के बीच हुई।
112 मीटिंग जनपद में थाने और चौकी एरिया में हुई।
163 शहर के मोहल्ले और देहात के गांव चिह्न्ति किए गए, जहां पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ सकता है।
183 असमाजिक तत्वों को चिन्हित किए है, जो माहौल बिगाड़ने में भूमिका निभा सकते है।
10 मस्जिद और मंदिर चिन्हित किए गए, जिनसे लोगों को सौहार्द बनाने की अपील होगी।
09 जोन में बांटा जनपद, पांच जोन शहर और चार जोन देहात में बने।
31 सेक्टर में जनपद को बांट दिया। 15 शहर और 16 देहात में बने।
01 कंपनी पीएसी
01 कंपनी दो प्लाटून आरएएफ
200 कांस्टेबल
100 हेड कांस्टेबल
300 रंगरूट
80 दारोगा
32 इंस्पेक्टर
अयोध्या प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हो स्वागत
अयोध्या में श्रीराम मंदिर और बाबरी मस्जिद को लेकर जल्द ही सुप्रीम कोर्ट से जल्द ही फैसला आने वाला है। मंगलवार को कंकरखेड़ा के खिर्वा रोड स्थित लॉयन फार्म हाउस में सर्वसमाज की ओर से अयोध्या मामले को लेकर शांति समिति की बैठक हुई। अध्यक्षता कंकरखेड़ा इंस्पेक्टर बीके राणा ने की। पुलिस ने लोगों से अयोध्या में श्रीराम मंदिर और बाबरी मस्जिद पर आने वाले फैसले का स्वागत करने तथा शांति बनाए रखने की अपील की। पुलिस ने कहा कि कोई अफवाह फैलाता है, उसके बारे में तत्काल पुलिस को सूचना दे। अफवाह फैलाने, सोशल मीडिया के भड़काऊ मैसेज और वीडियो को फारवर्ड करने वालों पर रासुका लगाई जाएगी। इस दौरान दुष्यंत रोहटा, नबाव सिंह लखवाया, पार्षद राजेश खन्ना, इस्लामुद्दीन, कमरुद्दीन आदि ने भी शांति बनाए रखने की अपील की। बैठक के बाद बैनर लेकर लोगों ने शांति की अपील के साथ कंकरखेड़ा शिव चौक तक पैदल मार्च निकाला।
इनका कहना है
अयोध्या प्रकरण को लेकर रेंज के सभी जिलों में पुलिस को मुस्तैद कर दिया है। दोनों समुदाय के लोगों को नजर रखी जा रही है। सभी की बैठक कर समझा दिया कि निर्णय किसी भी पक्ष में आए। उन्हें अपने जनपद में अमन कायम रखना है। सोशल मीडिया लैब को संचालित तक वाट्सएप मैसेज पर नजर रखी जा रही है।
- आलोक सिंह, आइजी रेंज
सेना संग कानून-व्यवस्था पर कल होगा मंथन
पश्चिम यूपी सब-एरिया मुख्यालय में गुरुवार को जिले के पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक होगी। सब-एरिया कमांडर और मंडलायुक्त अनिता सी. मेश्रम की संयुक्त अध्यक्षता वाली इस बैठक में छावनी व जिले की सुरक्षा के साथ ही कानून-व्यवस्था पर चर्चा होगी। बैठक के मद्देनजर मंडलायुक्त ने पुलिस महानिरीक्षक, मंडल के सभी जिलों के जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर, एमडीए वीसी, नगर आयुक्त, अपर जिलाधिकारी प्रशासन और पुलिस अधीक्षक नगर, अपराध व ग्रामीण को बैइक में उपस्थित रहने के निर्देश दिए हैं। सूत्रों की मानें तो यह बैठक अयोध्या प्रकरण पर सुप्रीम कोर्ट के संभावित फैसले को लेकर की जा रही है जिसमें हर तरह की परिस्थिति से निपटने की तैयारी पर चर्चा होगी। पिछले दिनों आतंकी हमले की आशंका में आए एलर्ट को देखते हुए छावनी क्षेत्र में सेना पहले से ही अलर्ट पर है।