अयोध्या प्रकरण : फैसले के बाद बनी रहे शांति, सैन्य प्रशासन संग मिलकर बुना कानून-व्यवस्था का तानाबाना Meerut News
जिला प्रशासन की सब-एरिया मुख्यालय में एक समन्वय बैठक हुई जिसमें अयोध्या पर फैसले के बाद शहर में शांति कायम रहे। इस पर मंथन किया गया।
मेरठ, जेएनएन। अयोध्या प्रकरण पर जिला प्रशासन की ओर से चल रही तैयारियों को लेकर गुरुवार को सब-एरिया मुख्यालय में समन्वय बैठक हुई। सब-एरिया कमांडर मेजर जनरल पीएस साई और मंडलायुक्त अनिता सी. मेश्राम की संयुक्त अध्यक्षता में हुई बैठक में मंडल के सभी जिलों की तैयारियां साझा की गईं। सभी जिलों के डीएम व एसएसपी ने शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए किए गए प्रयासों की जानकारी साझा की। पुलिस और सेना ने आतंकी व अन्य तरह की घटनाओं पर आए इनपुट एक-दूसरे से साझा किए।
तैयारियों को साझा किया
बैठक में सेना ने भी अपनी जानकारी और तैयारियों को साझा किया। जरूरत पडऩे पर सेना से किस तरह की और किस तरह से मदद ली जा सकती है, इसके बारे में बताया गया। बैठक के बाद पुलिस के आला अधिकारियों ने बताया कि मेरठ को लेकर कोई विशेष इनपुट नहीं है, लेकिन समग्र रूप से मेरठ व आसपास के जिलों में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने पर जोर दिया गया।
सेना से लेनी होगी अनापत्ति
समन्वय बैठक में यह भी निर्णय लिया गया है कि छावनी क्षेत्र में किसी भी तरह के सिविल आयोजनों के लिए जिला प्रशासन द्वारा एनओसी जारी करने से पूर्व सेना से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेना होगा। सुरक्षा की बारीकियों को परखते हुए सेना अनापत्ति प्रदान करेगी। इसके बाद जिला प्रशासन एनओसी जारी करेगा। सेना ने स्कूलों के आस-पास छुट्टी के समय ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त करने और ट्रैफिक पुलिस की तैनाती करने को कहा है। छावनी क्षेत्र में औघडऩाथ मंदिर व अन्य जगहों पर लगने वाले ठेलों को प्रतिबंधित क्षेत्र में आवागमन व अतिक्रमण की समस्या बताते हुए उन्हें हटाने के लिए पुलिस सहयोग की मांग की है। साथ्ज्ञ ही देर रात तक खुलने वाले रेस्टोरेंट को भी सुरक्षा के लिहाज से नियंत्रित करने पर जोर दिया है।
बागपत व मुजफ्फरनगर में बनेगा ईसीएचएस क्लीनिक
समन्वय बैठक में ईसीएचएस निदेशक ने बताया कि पूर्व सैनिकों के लिए बागपत और मुजफ्फरनगर में सेना की ओर से सैनिक अस्पताल व ईसीएचएस क्लीनिक बनाने की योजना है। इस बाबत बागपत में जो जमीन मुहैया कराई गई है, उससे अधिक जमीन वांछनीय है। इस पर मंडलायुक्त ने जिलाधिकारी बागपत को अतिरिक्त जमीन मुहैया कराने के लिए समुचित कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। इस बैठक में मंडल के विभिन्न जिलों डीएम, एसएसपी, आइजी आदि उपस्थित रहे।
स्कूलों की बढ़ेगी सुरक्षा
सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम के लिए मंदिरों और विशेष तौर पर स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने पर जोर दिया गया है। छावनी क्षेत्र में पिछले दिनों आए आतंकी अलर्ट के बाद से ही सेना ओरेंज अलर्ट पर है। इस दौरान सेना की ओर से तीनों केंद्रीय विद्यालय, आर्मी पब्लिक स्कूल और अन्य छोटे विद्यालयों के आस-पास स्कूल खुलने और छुट्टी के समय सुरक्षा चौकस कर दी जाती है। ऐसी ही सुरक्षा छावनी क्षेत्र के अन्य स्कूलों के आस-पास भी बढ़ाने का सुझाव दिया गया है।
इनका कहना है
बैठक में औघडऩाथ मंदिर और मजार की सुरक्षा, ङ्क्षहडन एयरबेस को लेकर विचार विमर्श हुआ। कैंट एरिया में पडऩे वाले स्कूलों की सुरक्षा के बारे में विस्तार से चर्चा हुई। मंदिरों और स्कूलों की सुरक्षा को लेकर सेना की क्यूआरटी और पुलिस संयुक्त काम करेगी।
- अजय साहनी, एसएसपी, मेरठ।