Ayodhya verdict : दस सालों में हुई आतंकी घटनाओं पर पड़ताल, खुफिया विभाग ने साझा किया इनपुट Meerut News
सभी की नजरें अब अयोध्या पर हैं। अयोध्या विवाद पर निर्णय आने के बाद सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के साथ ही पुलिस आतंकी गतिविधियों से भी निपटने के लिए तैयार हैं।
मेरठ, [जागरण स्पेशल]। Ayodhya verdict अयोध्या निर्णय के बाद आतंकी खतरे से निपटने के भी कड़े बंदोबस्त किए जा रहे हैं। पुलिस ने पिछले दस सालों में हुई आतंकी दस्तक की घटनाओं की पड़ताल की। उसके बाद खुफिया विभाग ने इनपुट साझा किया है। मेरठ से पकड़े गए दो पाक जासूसों के बारे में भी जानकारी की गई।
मेरठ कनेक्शन पर नजर
अयोध्या विवाद पर निर्णय आने के बाद सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के साथ ही पुलिस आतंकी गतिविधियों से भी निपटने के लिए तैयार हैं। खुफिया विभाग को आतंकी गतिविधि की जानकारी में लगाया गया है। पिछले दस सालों में आतंकियों का मेरठ से क्या कनेक्शन रहा है? इसकी पड़ताल भी की गई। तीन साल पहले बिजनौर में ठहरे आतंकियों ने पीएल शर्मा रोड से लैपटॉप खरीदा था। उसका रिकार्ड भी तलब किया है।
बेगमपुल पर पकड़ा था
साथ ही दो साल पहले मुजफ्फरनगर में छिपकर रह रहे पाकिस्तानी के बारे में भी जानकारी ली गई। दरअसल, पाकिस्तानी को मेरठ के बेगमपुल से पकड़ा गया था। साथ ही मेरठ से पकड़े गए पाक जासूस आसिफ अली और मोहम्मद एजाज का भी रिकार्ड खंगाला गया है। बकायदा एसएसपी ने इंटेलीजेंस की सभी टीमों के साथ पुलिस लाइन में बैठक की तथा प्रत्येक इनपुट को साझा किए जाने का निर्देश दिया।
अफवाह फैलाई तो होगी सख्त कार्रवाई
अयोध्या प्रकरण में आने वाले निर्णय के मद्देनजर थाना पुलिस ने बुधवार को कसेरू बक्सर में सर्वसमाज की शांति समिति की बैठक ली। एडवोकेट नवीन बैंसला के आवास पर आयोजित बैठक में इंस्पेक्टर ब्रजेश कुमार शर्मा ने कहा कि वाट्सएप या सोशल मीडिया पर किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। यदि कोई ऐसा करता है तो उसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी जाए। अफवाह फैलाने वालों पर सख्ती से कार्रवाई होगी। बैठक में ब्रजपाल सिंह बंसला, नवीन बैंसला, मनोज बैंसला, शीशपाल, जयप्रकाश, मोहित, सतीश, टीनू गुर्जर, अंकुर, अमित, डब्बू, अज्जू, मुस्तकीम, इलियास व मोमीन आदि मौजूद रहे। बैठक के बाद क्षेत्रीय लोगों के साथ पुलिस बल ने गश्त किया।
थाने में दें सूचना, यही समाचार डीएम का आदेश
अयोध्या प्रकरण को देखते हुए जिला प्रशासन ने किरायेदारों, नौकरों, मजदूरों, हॉस्टल के छात्रों, होटल में रहने वालों का पूरा विवरण मांगा है। इस संबंध में डीएम अनिल ढींगरा ने आदेश जारी किए हैं। डीएम ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए व्यक्तिगत रूप से किसी को सूचना या नोटिस देना संभव नहीं है, इसलिए समाचार पत्रों में प्रकाशित डीएम की प्रेस विज्ञप्ति या समाचार को ही आदेश माना जाए। इस आदेश को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह आदेश एकपक्षीय माना जाएगा, इसलिए इस आदेश का उल्लंघन करने वाले व्यक्ति के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता की धारा-188 के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी।
पहचान पत्र अनिवार्य
उन्होंने कहा कि 26 सितंबर को जारी पिछले आदेश के भी सभी बिंदु लागू रहेंगे। मकान मालिक, जिनके द्वारा अपना मकान एवं दुकान किराए पर दी जाती है, उनके किरायेदारों की सूचना आइडी प्रूफ के साथ थाने में जमा कर दें। घरेलू नौकरों एवं व्यावसायिक नौकरों की भी सूचना थाने में देनी होगी। छात्रवास में रह रहे छात्र/छात्रओं, होटल, लॉज, धर्मशालाओं में ठहरे लोगों से पहचान पत्र अनिवार्य रूप से लिया जाए। ठहरने वाले व्यक्तियों की सूची थाने को दी जाए। भवन निर्माण एवं अन्य निर्माण कार्यो में लगे मजदूरों, कारीगरों की सूचना ठेकेदार द्वारा थाने में देनी होगी।