MDA : नीचे आफिस ऊपर आवास, स्टार्टअप कंपनियों के लिए फायदेमंद हैं मेरठ विकास प्राधिकरण के ये प्लाट
मेरठ विकास प्राधिकरण ऐसे प्लाट बेचने जा रहा है जिसमें नीचे किसी तरह का कार्यालय चला सकते हैं और ऊपर एकल आवास बना सकते हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि ऐसे प्लाट वहां काटे गए हैं जहां पर भविष्य में कार्यालयों के खुलने बड़ी संभावना है।
मेरठ, जागरण संवाददाता। तमाम युवाओं की स्टार्टअप कंपनी अभी उस स्तर की नहीं पहुंच पाई है कि वे कार्यालय भी पाश लोकेशन पर खोल सकें और आवास भी कार्यालय के आसपास ले सकें। बहुत से पेशेवर ऐसे हैं जो ऐसा कोई कार्यालय चलाते हैं जिसमें देर शाम या रात हो जाती है, मगर वे चाहकर वहां न खुद रात्रि विश्राम कर सकते हैं और न ही कर्मचारियों को वहां रोक सकते हैं। ऐसे लोगों के लिए एमडीए बहुत बड़ी सहूलियत वाली योजना लेकर आया है।
ऐसे होगी बिक्री
एमडीए ऐसे प्लाट बेचने जा रहा है जिसमें नीचे किसी तरह का कार्यालय चला सकते हैं और ऊपर एकल आवास बना सकते हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि ऐसे प्लाट वहां काटे गए हैं जहां पर भविष्य में कार्यालयों के खुलने बड़ी संभावना है। ये प्लाट हैं वेदव्यासपुरी में। एमडीए ने इस तरह के 54 प्लाट काटे हैं। इनमें से दो प्लाट बिलकुल परतापुर-देहरादून बाईपास के किनारे हैं। इनके दरवाजे बाईपास के सर्विस रोड पर खुलेंगे। और बाकी प्लाट बाईपास से करीब 500 की दूरी पर हैं। इन प्लाटों की बिक्री ई-नीलामी से की जाएगी। इसके लिए पंजीकरण शुरू हो गया है। 27 नवंबर को ई-नीलामी होगी।
बाजार में दर 60 हजार, एमडीए ले रहा महज 27 हजार
ये प्लाट किसी भी तरह से तुलना करने पर बहुत फायदे का सौदा साबित होगा। पहली बात यह है कि नीचे कार्यालय ऊपर आवास वाले प्लाट अन्य स्थानों पर नहीं मिल पाते। वेदव्यासपुरी में ही जो प्राइवेट बिल्डर प्लाट बेच रहे हैं या उसके आसपास कालोनी में प्लाट हैं उसमें प्रति वर्ग मीटर दर है 50-60 हजार रुपये। जबकि एमडीए दो तरह के उपयोग में काम आने वाले ऐसे प्लाट महज 27 हजार 720 रुपये प्रति वर्ग मीटर की दर से बेच रहा है।
इन्होंने कहा...
वेदव्यासपुरी में आफिस के साथ आवास के उपयोग वाले प्लाट का बहुत सुनहरा भविष्य है। ये प्लाट परतापुर-देहरादून बाईपास से बिलकुल नजदीक हैं। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे भी नजदीक है। रैपिड रेल का स्टेशन भी परतापुर इंटरचेंज के पास निर्माणाधीन है इससे बहुत सुविधाजनक हो जाएगा। आइटी पार्क शुरू होने वाला है। ऐसे में इस प्लाट में निवेश करना फायदेमंद रहेगा।
-मृदुल चौधरी, उपाध्यक्ष, मेरठ विकास प्राधिकरण