ट्रेड लाइसेंस बनवाने के लिए हो रहे सर्वे का व्यापारियों ने किया विरोध
ट्रेड लाइसेंस बनवाने के लिए किए जा रहे सर्वे का कैंट क्षेत्र के व्यापारियों ने विरोध किया है।
मेरठ, जेएनएन। ट्रेड लाइसेंस बनवाने के लिए किए जा रहे सर्वे का कैंट क्षेत्र के व्यापारियों ने विरोध किया है। बांबे बाजार में व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुनील दुआ और महामंत्री अमित बंसल और पदाधिकारी मौके पर पहुंच गए। कर्मचारियों ने कैंट बोर्ड के सीईओ द्वारा जारी किया पत्र दिखाया। इसमें सफाई निरीक्षकों को आदेशित किया है वह अपने अपने क्षेत्र में व्यापारियों से ट्रेड लाइसेंस बनवाने के लिए कहें।
इसी क्रम में शनिवार को कैंट बोर्ड के कर्मचारी सदर बाजार में व्यापारियों से प्रपत्र मांग रहे थे। व्यापारी नेताओं ने पार्षदों को फोन किया। सीईओ ने आदेश में यह भी कहा है कि जो व्यापारी लाइसेंस के लिए आवेदन करने से मना करता है तो उसके खिलाफ चालान की कार्रवाई की जाए। सुनील दुआ ने कर्मचारियों को किसी भी प्रकार का प्रपत्र देने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने व्यापारियों को ट्रेड लाइसेंस की बावत कोई सूचना नहीं दी है। यह भी नहीं बताया है कि यह क्यों बनवाया जा रहा है। अमित बंसल ने कहा कि कोरोना काल में व्यापारियों ने आíथक तंगी का सामना किया है। अभी भी बाजार में तेजी नहीं है। ऐसे में व्यापारी कितने टैक्स देगा। कैंट बोर्ड पहले व्यापार मंडल के पदाधिकारियों से वार्ता कर लाइसेंस के बारे में जानकारी दे। इसके बाद व्यापारी हित में हुआ तो वह लाइसेंस बनवाएंगे नहीं तो विरोध करेंगे।
10 मार्च तक कराना है ट्रेड लाइसेंस का आवेदन
कैंट बोर्ड के सीईओ नवेंद्र नाथ ने आदेश में कहा है कि 10 मार्च तक सभी व्यापारियों के ट्रेड लाइसेंस का आवेदन कराया जाना है। इसका दैनिक मूल्यांकन रक्षा सचिव द्वारा किया जा रहा है। सदर व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुनील दुआ ने कहा कि व्यापारियों को पहले ट्रेड लाइसेंस के बारे में कुछ नहीं बताया गया। अचानक छह मार्च को कर्मचारियों द्वारा लाइसेंस के लिए प्रपत्र मांगे जा रहे हैं। यह खुले आम व्यापारियों का उत्पीड़न है। जिसे लाइसेंस लेना है उसे उसके बारे में जानकारी ही नहीं दी जा रही है और एक दम से आदेश थोपा जा रहा है।
सीईओ ने की फोटोग्राफी
एक ओर हंगामा चल रहा था तो वहीं सीईओ ने अपना वाहन खड़ा कर पैदल ही सदर बाजार का भ्रमण किया। उन्होंने उन दुकानों के फोटो भी लिए जिनका सामान सड़क पर रखा था।