ठगी कर गए फेरी वाले, युवती ने दे दी लूट की सूचना
लिसाड़ी गांव स्थित आंबेडकर मूर्ति के पास हुस्नलाल पुत्र श्यामलाल का मकान है।
मेरठ : लिसाड़ी गांव स्थित आंबेडकर मूर्ति के पास हुस्नलाल पुत्र श्यामलाल का मकान है। शनिवार को हुस्नलाल अपनी बड़ी बेटी को ससुराल से लेने गया था, जबकि उसकी पत्नी संतोष चारा लेने गई थी। एक बेटा अर्जुन दवाई लेने तो दूसरा बेटा सौरभ स्कूल गया था। घर पर हुस्नलाल की दूसरी बेटी नेहा अकेली थी। एसपी सिटी रणविजय सिंह ने बताया कि इसी दौरान फेरी लगाने वाले दो युवक पहुंचे। वे जूते-चप्पल, बेडशीट, सोफा कवर व चादर बेच रहे थे। नेहा ने उनसे साढ़े छह हजार रुपये में सारा सामान खरीदना तय कर लिया। पैसे लेकर युवक रफूचक्कर हो गए। पड़ोसियों ने सामान को घटिया बताते हुए युवकों द्वारा ठगने की बात कही। इस पर नेहा परेशान हो गई।
लूट की सूचना देकर किया गुमराह
युवती ने बताया कि दो युवक घर में घुसे और अकेला देख उसे कमरे में ले गए और नशीली चीज सुंघाकर बेहोश कर दिया। इसके बाद दोनों युवक घर में रखे 25 हजार रुपये व युवती के कुंडल लूटकर ले गए। एसपी सिटी ने बताया कि ठगी का अहसास होने पर युवती ने कंट्रोल रूम पर लूट की सूचना दे दी। पुलिस ने मौके पर जाकर पूछताछ की तो युवती ने सच्चाई बता दी। एसपी सिटी ने बताया कि युवती ने तय करके सामान खरीदा है और घटना के संबंध में उसने व उसके परिजनों ने तहरीर नहीं दी है। नकली नोट बनाने वाले पांच को सात साल कैद
नकली नोट बनाकर शहर में सप्लाई करने वाले पांच दोषियों को अपर जिला जज कोर्ट संख्या-12 पीएन पांडेय ने सात-सात साल की सजा सुनाई है। सदर बाजार थाने में एलआइयू के दारोगा केपी सिंह ने 11 अक्टूबर 2006 को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसमें बताया था कि नकली नोट बनाने वाला गैंग नेन्सी चौपले से गुजरने वाला है। टीम ने चौपले पर एक स्कूटर सवार की चेकिंग की तो उसके पास 60 हजार के नकली नोट मिले। युवक ने अपना नाम अनुज सिंह उर्फ सोनी पुत्र जसवंत सिंह निवासी पांडव नगर बताया। उसने अपने गैंग में निखिल व अखिल पुत्रगण दयाराम भारद्वाज निवासी नंगला बट्टू, सतपाल पुत्र मान सिंह निवासी बढ़ला जट और अनुज गोयल पुत्र सलेख चंद निवासी गांधीनगर बताया। सरकारी अधिवक्ता सिराजूद्दीन अलवी ने वादी समेत कई गवाह पेश किए। जिन्हें सुनने के बाद पांचों को सजा सुनाई गई है। वहीं पुलिस ने सुभाष अग्रवाल पुत्र बाबू राम निवासी इंदिरानगर को गिरफ्तार करते हुए उसके घर से नकली नोट बनाने की सामग्री बरामद की थी। फरार होने के चलते सुभाष के गैर जमानती वारंट जारी किए गए।