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कप्तान ऑफिस के अंदर और बाहर किन्नरों का हंगामा

कप्तान ऑफिस के अंदर और बाहर दिल्ली के किन्नरों ने हंगामा किया। दफ्तर के बाहर दो किन्नर सड़क बैठकर विरोध जताया। किन्नरों की मांग थी कि सिविल लाइन थाने में नामजद मुकदमा दर्ज किन्नरों की गिरफ्तारी की जाए। खुलेआम घूम रहे आरोपित किन्नर केस वापस न लेने पर अंजाम भुगतने की धमकी दे रहे है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 13 Feb 2019 06:00 AM (IST)Updated: Wed, 13 Feb 2019 06:00 AM (IST)
कप्तान ऑफिस के अंदर और बाहर किन्नरों का हंगामा
कप्तान ऑफिस के अंदर और बाहर किन्नरों का हंगामा

मेरठ । कप्तान ऑफिस के अंदर और बाहर दिल्ली के किन्नरों ने हंगामा किया। दफ्तर के बाहर दो किन्नर सड़क बैठकर विरोध जताया। किन्नरों की मांग थी कि सिविल लाइन थाने में नामजद मुकदमा दर्ज किन्नरों की गिरफ्तारी की जाए। खुलेआम घूम रहे आरोपित किन्नर केस वापस न लेने पर अंजाम भुगतने की धमकी दे रहे है।

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दिल्ली की जहांगीरपुरी निवासी पिंकी किन्नर ने कप्तान ऑफिस में दिए प्रार्थना पत्र में कहा कि वह 28 जनवरी की रात को अपनी सहेली नोनी किन्नर, रोशनी किन्नर के साथ गाड़ी में कलियर से न्यू मोहनपुरी अपने गुरु के यहां गए थे। रात में ही दिल्ली जाते हुए मोहनपुरी के नाले के पास कार सवारों ने उनकी गाड़ी को ओवरटेक कर रोक दिया। उस कार से मोदीनगर के निवाड़ी रोड निवासी सोनिया किन्नर, बबली किन्नर, कलवा उर्फ इस्लाम, सलीम पुत्र नियाज आदि ने मिलकर नोनी किन्नर को गाड़ी से बाहर खींच लिया और जानलेवा हमला किया। पिंकी किन्नर और रोशनी ने भागकर अपनी जान बचाई। हमलावर मौके से भाग गए। सिविल लाइन थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घायल नोनी किन्नर को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। हमलावर किन्नरों के खिलाफ सिविल लाइन थाने में नामजद केस दर्ज के बाद भी गिरफ्तारी नहीं हुई है। मंगलवार को गिरफ्तारी की मांग को कप्तान ऑफिस में पहुंचे पीड़ित किन्नरों ने हंगामा किया। पुलिस कर्मियों ने समझाकर शांत किया। अफसरों ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। टेलीकॉम कांट्रेक्टर एसोसिएशन ने दिया धरना

मेरठ। टेलीकॉम कांट्रैक्टर एसोसिएशन ने बीएसएनल पर एक हजार करोड़ रुपये का भुगतान नहीं करने का आरोप लगाते हुए बीएसएनल मुख्य महाप्रबंधक के कार्यालय पर मंगलवार को धरना दिया। ठेकेदारों ने केंद्रीय दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा को संबोधित पत्र में ठेकेदारों ने कहा कि ओएफसी लेइंग, यूजी केबल, मैंटीनेंस सहित अन्य कार्यो का अभी तक भुगतान नहीं हुआ है। इससे ठेकेदारों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। इससे श्रमिकों का भुगतान नहीं किया जा सका है। श्रमिक आगे कार्य करने को तैयार नहीं है। कहा कि नोफन देश के गांवों को जोड़ने की महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। लेकिन ठेकेदारों का भुगतान नहीं होने से इसकी प्रक्रिया रुक गई है। कहा कि ठेकेदारों का भुगतान होने तक सभी कार्य बंद रहेंगे। इस दौरान वेस्ट यूपी के ठेकेदार मौजूद रहे।


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